मानवता और त्याग की मूर्ति थी रमा बाई – गीता पैट्रिक

हापुड़। मानवता, त्याग और संघर्ष की मूर्ति डॉ बीआर अंबेडकर की पत्नी रमा बाई अंबेडकर की जयंती महिला जागृति फाउंडेशन द्वारा गीता पैट्रिक के अध्यक्षता में मनाई गई ।

हापुड़ के मीनाक्षी रोड बनारसी पूरा चौपाल में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए
गीता पैट्रिक ने कहा कि मानवता और त्याग की मूर्ति रमा बाई के आर्देशों पर चलकर हम नये राष्ट्र का विकास कर सकते हैं। हमें उनके पदचिन्हों पर चलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि माता रमाबाई अंबेडकर ने जीवन में कड़ा संघर्ष किया और या साहेब का हर मोड़ तथा परेशानियों में उनका साथ दिया।

इस मौके पर रामरतन बौद्ध, प्रकाशी, राजेंद्री,रानी,रजनी, संगीता, रेनू , मंजू, क्रांति , नथु देवी,B R संघम , बाला रानी, प्रेमवती, मुन्नी आदि रहे । उपस्थिति में सैकड़ो महिलाएं , पुरुष , व बच्चे रहे । माता रमाबाई जी को सभी ने दीप प्रजलित की तथा पुष्प चढ़ाया ।

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