मधुमेह में सावधानी से ही सुरक्षा सम्भव,छात्रों व शिक्षकों की हुई जांच
हापुड़ (अमित मुन्ना)।
विश्व मधुमेह दिवस पर ए० टी० एम० एस० ग्रुप के परमार्थ कॉलिज ऑफ फार्मेसी अच्छेजा में मधुमेह की जांच और उससे बचाव के उपायों पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।फार्मेसी के प्राचार्य तथा औषधि विशेषज्ञ डॉ० अरुण कुमार ने कहा कि किसी भी रोग की रोकथाम इलाज से बेहतर है डायबिटीज पर नियन्त्रण के लिए खान-पान में सावधानी और व्यायाम जरूरी है संस्था के चेयरमैन नरेन्द्र अग्रवाल और सचिव रजत अग्रवाल स्टाफ और छात्र-छात्राओं के हित में इस प्रकार के आयोजन करके जागरूकता उत्पन्न करते है। उनका मानना है कि आज युवाओं को भी ऐसी बीमारियों से बचने के लिए पूरा सावधान रहना चाहिए। कार्यकारी निदेशक डॉ० राकेश अग्रवाल अनुभव के आधार पर कहते हैं कि डायबिटीज शरीर को दीमक की तरह खोखला बना देती है। यह अनेक रोगों की जननी है। विशेषज्ञ बताते है कि जंक फूड़ और तले मुने खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। टी० सी०- सिंहल ने बताया कि आयु अधिक होने के बाद भी में मधुमेह से इसलिए बच्चा हूँ क्योंकि पैदल बहुत चलता हूँ।
प्रो० अजलि व प्रो० रोहित ने बताया कि मधुमेह में लापरवाही सबसे अधिक घातक होती है। अनेक मामलों में देखा गया है कि इस लापरवाही का शरीर के अनेक अंगो पर बुरा प्रभाव पड़ता है किडनी, आँख, हृदय सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।
इस मौकैं पर प्रो० लवी, शिवानी, विनय, विकास, पिंकी, दीपेश, सोनम, नारायन ने शुगर की जांच की।