भारतीय ज्योतिष कर्मकांड महासभा विद्वानों ने 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व मनानें का लिया निर्णय

हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।

भारतीय ज्योतिष कर्मकांड महासभा विद्वानों ने बैठक कर मकर संक्रांति त्यौहार संशय के विषय में निर्णय किया महासभा अध्यक्ष पंडित के0 सी0 पाण्डेय (काशी वाले ) ने बताया कि सूर्य के धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करने के समय को ही मकर संक्रांति कहा जाता है जो इस बार 14 जनवरी की देर रात 2 बजकर 45 मिनट पर होगा निर्णय सिंधु, ब्रह्मवैवर्त पुराण व भविष्य पुराण में मकर संक्रांति पर्व निर्णय के बारे में स्पष्ट लिखा हुआ है कि अगर सूर्य सूर्यास्त या देर रात्रि में धनु से मकर राशि में प्रवेश करें तो अगले दिन सूर्योदय के बाद ही संक्रांति का पुण्यकाल होगा इसलिए 15 जनवरी दिन सोमवार को मकर संक्रांति मनाया जाएगा इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है महासभा परामर्श बोर्ड डॉ0 वासुदेव शर्मा ने कहा कि 15 जनवरी को सूर्योदय सुबह 7 बजकर 17 मिनट पर होगा उसी समय से मकर संक्रांति का स्नान दान शुरू हो जाएगा जो सांयकाल लगभग 5 बजकर 37 मिनट तक शुभ उत्तम रहेगा , आचार्य कमलेश गिल्डियाल ने बताया कि शुक्ल पंचमी तिथि व वरियान योग होने से मकर संक्रांति अत्यंत शुभ होगा हेमाद्रि व ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार मकर संक्रांति का पुण्यकाल 40 घड़ी की होती है महासभा परामर्श बोर्ड पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि इस दिन स्न्नान के बाद दान अवश्य करना चाहिए दान में तिल, चिवड़ा, कंबल, उनी वस्त्र, खिचड़ी आदि वस्तुएँ योग्य ब्राह्मण व जरूरतमंद को देनी चाहिए तिल से हवन करना भी श्रेष्ठ फल प्रदान करता है बैठक में महामंत्री अनिशा सोनी पाण्डेय, उपाध्यक्ष आदित्य भारद्वाज व पंडित ब्रजेश कौशिक, कोषाध्यक्ष मित्र प्रसाद काफ्ले,लेखानिरीक्षक पंडित देवी प्रसाद तिवारी, पंडित अजय पाण्डेय, पंडित शैलेन्द्र मिश्रा,मंत्री आचार्य गौरव कौशिक, संगठन मंत्री आचार्य पंकज जी आदि शामिल रहें

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