fbpx
News

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह भंडाफोड़ ,दो अर्न्तराज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार, लैपटॉप, मोबाइल व अन्य सामान बरामद

हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।

साइबर सेल टीम व धौलाना पुलिस ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना फाइनेंस के मैनेजर/कर्मचारी बताकर जरुरतमंद लोगों को अपनी बातों में फंसाकर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो अर्न्तराज्यीय साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से 05 मोबाइल, 04 एटीएम कार्ड, लैपटॉप, नकदी, रसीद, चैक बुक आदि एवं एक HYUNDAI VERNA लग्जरी कार बरामद की। साइबर सेल टीम व धौलाना पुलिस द्वारा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना फाइनेंस के मैनेजर / कर्मचारी बताकर जरुरतमंद लोगों को अपनी बातों में फंसाकर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लोन देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए थाना धौलाना पर दर्ज केस में दो साइबर ठगों कैलाश पुत्र गोवर्धनदास व हरीश निवासी रोहिणी सेक्टर-2 अवंतिका थाना साउथ रोहिणी जिला रोहिणी दिल्ली को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से 06 मोबाइल, 04 एटीएम कार्ड, लैपटॉप, नगदी, रसीद, चैक बुक आदि एवं एक HYUNDAI VERNA लग्जरी कार बरामद हुई।

एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि
यह गिरोह दिल्ली एनसीआर क्षेत्र व देश के अन्य राज्यों में सक्रिय था, यह लोकेशन बदल-बदल कर अलग-अलग शहरों में जाकर लोगों को कॉलिंग करके घटनाओं को अंजाम देते हैं।अभियुक्त शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं जो अब तक सैकड़ों लोगों के साथ ऐसी घटनाएं कारित कर लाखों रूपये की ट्रांजेक्शन कर आर्थिक लाभ कमा चुके हैं।

अपराध करने का तरीका:-

गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत सस्ते ब्याज दर पर मुद्रा लोन का सोशल मीडिया प्लेटफार्म (फेसबुक एप) पर फर्जी मोबाइल नम्बर के साथ विज्ञापन देते थे जिस जरूरतमंद को लोन की आवश्यकता होती थी, वह विज्ञापन में दिये गये मोबाइल नम्बर पर कॉल करता थे तो उन्हें हम अपने आपको प्रधानमंत्री मुद्रा योजना फाइनेंस के मैनेजर / कर्मचारी बताकर जरुरतमंद लोगों को अपनी बातों में फंसाकर लोन देने के नाम पर उनके आधार कार्ड व पैन कार्ड व्हाट्सएप पर मंगाकर तथा जो लोग आधार कार्ड व पैन कार्ड नहीं देना चाहते थे उनके नाम पते की जानकारी लेकर लोन की प्रोसेसिंग फीस 3550 रुपये फजी खातों में जमा कराकर विश्वास में लेने के लिये लैपटॉप पर फर्जी कूटरचित रसीद तैयार कर लोन मांगने वाले व्यक्ति को व्हॉटसएप पर भेज देते हैं, इसके बाद लोन के इंश्योरेंस का कवर देने के लिये 15000 रुपये की मांग की जाती है इसी प्रकार हम लोगों ने हापुड़ के रहने वाले व्यक्ति की पत्नी से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना फाइनेंस के मैनेजर व कर्मचारी बताकर अपनी बातों में फंसाकर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में लोन देने के नाम पर लोन की प्रोसेसिंग फीस के 3550 रुपये धोखाधडी से जमा करा लिये थे।

हम लोगों ने हापुड व देश के कई राज्यों में लोगों के साथ इस प्रकार की घटनाएं की है हमसे बरामद उक्त कार भी धोखाधडी से कमाई गयी धनराशि से खरीदी है इसी कार से हम लोग लोकेशन बदल-बदल कर अलग-अलग शहरों में जाकर लोगो को कॉलिंग करते हैं।

Show More

Leave a Reply

Back to top button

You cannot copy content of this page