हापुड़। जीएसटी की एसआईबी
टीम द्वारा जरौठी रोड स्थित एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कार्यालय पर छापे के बाद बुधवार देर रात तक कार्रवाई जारी रही। कंपनी द्वारा 15.51 करोड़ रुपये जुर्मान के जमा करने के बाद टीम लौट गई। हालांकि जब्त दस्तावेजों की जांच अभी भी जांच जारी है।
जिले में जीएसटी चोरी के मामले में लगातार कार्रवाई हो रही है। आए दिन कोई न कोई मामला सामने आता रहता है। बुधवार को भी जीएसटी की एसआईबी टीम ने जरौठी रोड स्थित कंपनी के कार्यालय पर छापा मारा था। इस कंपनी के डायरेक्टर पूर्व आईएएस दिनेश गोयल सहित सातऔर अन्य डायरेक्टर हैं। टीम ने देर रात तक कार्रवाई करते हुए 25 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी थी। अधिकारियों ने मौके पर मिले कंपनी के सभी दस्तावेज और लैपटॉप की जांच की।
डिप्टी कमिश्नर बीके दीपांकर ने बताया कि एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कार्यालय से लैपटॉप और दस्तावेज जब्त करते हुए जांच की गई। जांच में सामने आया है कि कंपनी द्वारा उत्तर प्रदेश में नेशनल हाईवे, रेलवे के निर्माण कार्य बड़े पैमाने पर किए जा रहे हैं। जिसमें कंपनी द्वारा हापुड़-मुरादाबाद नेशनल हाईवे, जोया हाईवे, रेलवे
में कानपुर लाइन और इसके अतिरिक्त भी अन्य प्रोजेक्ट चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि फार्म का मुख्य कार्यालय जयपुर में स्थित है। कंपनी में सेवानिवृत आईएएस दिनेश गोयल, महाराष्ट्र के दो, उड़ीसा के दो समेत सात डायरेक्टर हैं। कंपनी द्वारा दर्जनों हमी और बोगस फर्म बनाई गई थी। कंपनी का कार्यालय यहां एक किराए के भवन में चल रहा था। जिसमें मात्र तीन लोग ही थे।
उन्होंने बताया कि जयपुर से आए कंपनी के चीफ फाइनेंस एडवाइजर सुनील अरोड़ा ने 25 करोड़ के सापेक्ष 15.51 करोड़ रुपये जमा कर दिए गए हैं। बाकी धनराशि भी जल्दी ही जमा कराई जाएगी। इसके अलावा जब्त दस्तावेजों की गंभीरता से जांच की जा रही है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।