मायावती ने 19 मार्च को ट्वीट किया, ‘सादा जीवन उच्च विचार के विपरीत शाही अंदाज में जीने वाले जिस व्यक्ति ने पिछले लोकसभा चुनाव के समय वोट की खातिर अपने आपको चायवाला प्रचारित किया था, वह अब इस चुनाव में वोट के लिए ही बड़े तामझाम और शान के साथ अपने आपको चौकीदार घोषित कर रहे हैं. देश वाकई बदल रहा है.’
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
उधर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा ‘विकास पूछ रहा है कि खाद की बोरी से चोरी रोकने के लिए भी कोई चौकीदार है क्या ?’
दूसरे ट्वीट में अखिलेश ने कहा ‘विकास पूछ रहा है कि जनता के बैंक खाते से चोरी छिपे जो पैसे काटे जा रहे हैं, उससे बचाने के लिए कोई चौकीदार है क्या ?’ तीसरे ट्वीट में उन्होंने कहा ‘विकास पूछ रहा है कि मंत्रालय से जहाज की फाइल चोरी होने के लिए जिम्मेदार लापरवाह चौकीदार को सजा मिली क्या ?
गौरतलब है कि गंगा यात्रा पर निकलीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सोमवार को चौकीदार मुद्दे पर मोदी को निशाने पर लिया था. नाम के आगे चौकीदार लगाने पर प्रियंका गांधी ने कहा था ‘उनकी (प्रधानमंत्री मोदी की) मर्जी है कि वह अपने नाम के आगे क्या लगाएं. मुझे एक भाई ने कहा कि देखिए, चौकीदार तो अमीरों के होते हैं. हम किसान तो अपने चौकीदार खुद ही होते हैं.’