कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों की ओर से ‘मैं भी चौकीदार हूं’ अभियान की आलोचना किए जाने पर बीजेपी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि जो लोग पूरे परिवार के साथ जमानत पर हैं और विभिन्न कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं, उन्हें ही इस आंदोलन से परेशानी है .
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दावा कि ‘मैं भी चौकीदार हूं’ आंदोलन एक बड़ा जनआंदोलन बन गया है. जब यह सोशल मीडिया पर चला तो पूरे दिन ग्लोबल ट्रेंड बना था. 20 लाख लोगों ने इसपर ट्वीट किया. इसे सोशल मीडिया और नमो ऐप पर 1 करोड़ लोगों ने प्ले किया.
प्रसाद ने आरोप लगाया, ‘जो लोग पूरे परिवार के साथ जमानत पर हैं, जो कई कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं, उन्हें ‘मैं भी चौकीदार हूं’ आंदोलन से परेशानी है.’ उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि चौकीदार अमीरों के लिए होता है. ये वही लोग हैं, जिन्होंने गरीबों के करीब 12 लाख करोड़ रुपये लूटे, वही लोग ‘मैं भी चौकीदार हूं’ पर टिप्पणी कर रहे हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि 31 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान से जुड़ने वाले लोगों से संवाद करेंगे. इस कार्यक्रम के तहत वे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 500 स्थानों पर लोगों से जुड़ेंगे .
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी की मर्जी है कि वह अपने नाम के आगे क्या लगाते हैं. उन्होंने एक किसान का हवाला देते हुए हुए मोदी को ‘अमीरों का चौकीदार’ बताया है. इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी प्रयास करते रहें लेकिन इससे सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता है कि हर कोई यह कह रहा है कि चौकीदार चोर है.
मोदी समर्थक नारे लगाने पर बेंगलुरू में कुछ इंजीनियरों को कथित तौर पर गिरफ्तार करने के संदर्भ में प्रसाद ने कहा कि कल बेंगलुरु में स्टार्ट अप से जुड़े एक कार्यक्रम में जब कुछ लोगों ने राहुल गांधी जी से कुछ सवाल किए और नरेंद्र मोदी के समर्थन में बातें कहीं, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
प्रसाद ने कहा, ‘राहुल गांधी बोलने की आजादी पर हमें नसीहत देने के बजाए खुद सीखें.’