नौ अप्रैल से शुरू होंगे नवरात्र, मंदिरों को विशेष रूप से सजाने की तैयारियां हुई शुरू

– मंदिरों पर रहेगा सुरक्षा का कड़ा पहरा, सादी वर्दी में भी तैनात रहेंगे महिला और पुरुष पुलिस कर्मी

– घरों में भी नवरात्र के दिनों में होंगे विशेष अनुष्ठान, लोग उपवास रखकर करेंगे मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजाहापुड़।

चैत्र मास के नवरात्र नौ अप्रैल मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। नवरात्र के नौ दिनों में जिलेभर के माता के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। सुबह और शाम के समय मंदिरों में महिला और पुरुषों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए यहां पर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी बेहद मजबूत रहेगी। सादी वर्दी में भी महिला और पुरुष पुलिस कर्मी श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। नवरात्र के नौ दिनों में घरों में भी घट स्थापना और मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना के साथ-साथ अनुष्ठान आदि भी होंगे।

पंडित दुर्गा प्रसाद ने बताया कि नवरात्र हिंदुओं का प्रमुख पर्व है। नवरात्र एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ नौ रातों का समय होता है। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान शक्ति, देवी की पूजा की जाती है। इस वर्ष चैत्र मास के नवरात्र नौ अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। इसी दिन हिंदू नववर्ष का भी शुभारंभ होता है। मां के विभिन्न नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना और दुर्गा सप्तशती का पाठ इन दिनों करना चाहिए। नवरात्र में माता का पाठ करने से देवी भगवती की खास कृपा होती है। चैत्र नवरात्र के नौवें दिन रामनवमी मनाई जाती है। मान्यता है कि भगवान विष्णु ने त्रेता युग में इसी दिन भगवान राम के रूप में अयोध्या में राजा दशरथ के यहां अवतार लिया था। 

नवरात्र को लेकर शहर के प्राचीन चंडी मंदिर, नवदुर्गा मंदिर, पथवारी मंदिर, मंशा देवी मंदिर, दोयमी मंदिर, संतोषी माता मंदिर, शांकुभरी मंदिर में साफ-सफाई को बेहतर बनाने के लिए तैयारियां जोरशोर से चल रही है। नवरात्र के दिनों में मंदिरों पर बेहतर प्रकाश की व्यवस्था भी होगी। साथ ही मंदिरों पर पुष्प बंगले भी बनाए जाएंगे। सुबह और शाम के समय मंदिरों पर महिला और पुरुष श्रद्धालु आकर मां की पूजा-अर्चना करेंगे। ऐसे में मंदिरों में काफी भीड़ उमड़ेगी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने सुरक्षा का बेहतर इंतजाम करने की प्लानिंग बनाई है। मंदिरों पर पुलिस के जवानों के साथ-साथ महिला श्रद्धालुओं से किसी प्रकार की घटना ना हो, इसलिए सादी वर्दी में महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती भी मंदिरों में की जाएगी।

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