जिले में स्क्रब टायफस वायरस के ताजा मामले सामने आए। चार मरीजों की पहचान हुई

हापुड़। जिले में स्क्रब टाइफस वायरस ने दस्तक दे दी है। चार मरीजों में इसकी पुष्टि हुई है। हापुड़ और धौलाना के दो-दो गांवों में इस बीमारी से पीड़ित मरीज मिले हैं, जिनकी रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है। तेज बुखार के साथ सिर दर्द और ठंड लगना बीमारी का प्रमुख लक्षण है। झाडिय़ों वाले ऐसे स्थान जहां चूहे रहते हैं, वहीं से इन मरीजों को स्क्रब टाइफस की बीमारी लगी है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जंगल या झाड़ियों वाले स्थानों पर जहां चूहे रहते हैं, स्क्रब टाइफस फैलाने वाले कीट भी इन्हीं चूहे के ऊपर रहते हैं। जब भी कोई व्यक्ति ऐसे स्थानों पर जाता है तो कीट उनकी त्वचा पर लिपट जाता है और त्वचा को छेदते हुए शरीर में प्रवेश कर जाता है। कीट के अंदर जाने से प्रभावित त्वचा काली पड़ने लगती है और मरीज को तेज बुखार, सिर दर्द, सर्दी जैसी समस्या होती है।

उन्होंने बताया कि स्क्रब टाइफस के चार मामले सामने आए हैं, जिनकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। सालों बाद इस तरह की बीमारी जांच में सामने आई है, विभाग की टीमें ऐसे क्षेत्रों में घर घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं।

इन स्थानों पर मिले हैं स्क्रब टाइफस के मरीज-

चंद्रलोक कॉलोनी—01
बाबूगढ़ छावनी—–01
खेड़ा————–01
दहपा————-01

स्क्रब टाइफस के लक्षण-

बुखार, ठंड लगना सिर दर्द।
* नब्ज तेज चलना।
* ब्लड प्रेशर कम होना।
* मांस पेशियों में ऐंठन, मरोड़।
* लगातार दो सप्ताह तेज बुखार रहना।
* तिल्ली बढना।

इस तरह करें बचाव-

पूरी बाजू के कपड़े पहनें।
*अपने कपड़ों को घांस से दूर रखें, घांस पर कपड़ा बिछाकर ही बैठें।
*घरों के आस पास से चूहों को दूर रखना।
*जंगल जाते समय त्वचा पर किट भगाने वाली क्रीम लगाएं।
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