अगर बच्चे को कोरोना संक्रमण हो जाए तो कैसे संभालें, किन बातों का रखें ध्यान?

नई दिल्ली: कोरोना वायरस की पहली लहर जो बीते साल 2020 में आयी थी उसके बारे में कहा जा रहा था कि बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं थी और बहुत कम बच्चे उस दौरान संक्रमित हुए थे. लेकिन इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus second wave) में बहुत बड़ी संख्या में बच्चे भी इस इंफेक्शन से संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में पैरंट्स का परेशान होना लाजिमी है और उनके मन में बच्चों में होने वाले संक्रमण को लेकर कई तरह के सवाल (Questions related with infection in kids) भी होंगे.

बच्चों में कोरोना संक्रमण से जुड़े कॉमन सवाल

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में बेंगलुरु की सीनियर पीडियाट्रिशन और नियोनेटोलॉजिस्ट डॉ श्रीनाथ एस मणिकान्ति से बात की गई और बच्चों में कोरोना संक्रमण से जुड़े कॉमन सवालों के जवाब पूछे गए.

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1. अगर बच्चे में कोविड संक्रमण हो तो कौन सा टेस्ट करवाना चाहिए? 
बच्चों में भी आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) ही होता है. आप चाहें तो रैपिड एंटीजेन टेस्ट भी करवा सकते हैं लेकिन उसमें सही रिपोर्ट आने की संभावना कम रहती है.

2. अगर बच्चा कोविड पॉजिटिव हो तो उसका ध्यान कैसे रखें?
बच्चे को होम आइसोलेशन (Home isolation) में रखें, 100 फैरेनहाइट से अधिक बुखार होने पर पैरासिटामॉल दें, लिक्विड चीजें ज्यादा दें ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो, घर का बना नॉर्मल खाना खिलाएं.

3. पीडियाट्रिशन से बात करके कोविड पॉजिटिव बच्चे में किन लक्षणों का ध्यान रखें?
अगर बच्चे को सांस लेने में तकलीफ महसूस हो रही हो, बच्चे की सांस फूल रही हो (Breathlessness), चिड़चिड़ापन महसूस हो रहा हो (Irritation) और 4 दिनों से अधिक समय तक तेज बुखार हो.

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4. अगर पैरंट्स कोविड पॉजिटिव हों तो बच्चे का ध्यान कैसे रखें?
जब घर में सिर्फ माता-पिता और बच्चा ही है तो ऐसे में आइसोलेशन मुश्किल होगा इसलिए छोटे बच्चे को मां के पास रख सकते हैं. पैरंट्स को हर वक्त मास्क पहनना चाहिए (Wear mask) और जरूर प्रिकॉशन्स लेने चाहिए. ऐसे समय में बच्चे को दादा-दादी या किसी रिश्तेदार के घर भेजना भी रिस्की हो सकता है क्योंकि हो सकता है बच्चा भी संक्रमित हो लेकिन वह असिम्प्टोमैटिक हो यानी उसमें कोई लक्षण न हों.

5. अगर मां कोविड पॉजिटिव हो तो क्या वह नवजात को अपना दूध पिला सकती है?
ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) यानी बच्चे को मां का दूध पिलाने के फायदे, बीमारी के जोखिम से कहीं ज्यादा हैं. लिहाजा मां नवजात शिशु को अपना दूध पिला सकती है लेकिन सभी सावधानियां बरतते हुए. मास्क लगाएं सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. या फिर ब्रेस्ट पंप से दूध निकालकर बॉटल से बच्चे को पिलाएं.

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6. अगर बच्चा कोविड पॉजिटिव हो और पैरंट्स निगेविट तो बच्चे को आइसोलेट कैसे करें?
अगर बच्चे को अकेले आइसोलेट किया गया तो उसमें ऐंग्जाइटी (Anxiety) की समस्या बहुत अधिक हो सकती है इसलिए बच्चे को पैरंट्स के साथ ही रखें लेकिन पीपीई किट वगैरह का इस्तेमाल करें. बच्चे का ध्यान रखने वाले पैरंट को घर के बाकी सदस्यों के साथ संपर्क में नहीं आना चाहिए.

7. क्या बच्चों में रीइंफेक्शन का खतरा है?
अभी यह बात स्पष्ट नहीं है और वयस्कों की ही तरह बच्चों में भी दोबारा इंफेक्शन (Reinfection) का हल्का खतरा हो सकता है.

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