हापुड़। आजादी की लड़ाई में अपने प्राणों का बलिदान लेनें वालें शहीदों की याद में एक माह तक लगनें वालें देश के एक मात्र शहीद मेलें का शुभारंभ शहर कोतवाल नीरज कुमार ने करते हुए कहा कि शहीदों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
10मई क्रांति दिवस (शहीद दिवस ) हापुड़ में परम्परागत रूप से दशकों से मनाया जाता रहा है देश की आज़ादी में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले सभी ज्ञात ओर अज्ञात शहीदों की याद में पूरे भारत वर्ष में एक महीना मेले का आयोजन केवल हापुड़ में होता है चुंकि 1857 के प्रथम स्वंत्रता संग्राम की शुरुआत मेरठ से हुई थी हापुड़ के जाबांजो ने उसमे बढ़ चढ़कर भाग लिया ओर शहादत पाई उन्हें श्रद्धांजलि देने व याद करने व आने वाली पीढ़ी को भी अपने क्षेत्र के बुजुर्गों की कुर्बानी को याद दिलाने का काम प्रतिवर्ष यह मेला करता है मेले में चाट पकोडी व झूलों के अतरिक्त विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है शहीद मेला व प्रदर्शनी 2024 का शुभारम्भ कल 10 मई को सांय शहर कोतवाल नीरज कुमार व शहीद मेला समिति के अध्यक्ष श्री ललित छावनी वालो ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया उससे पूर्व शहीद स्तम्भ व महान क्रांतिकारी वीर तात्या टोपे की मूर्ति पर माल्यार्पण कर मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी ।
इस अवसर पर समिति के पदाधिकारी मुकुल त्यागी, आशुतोष आज़ाद, अनिल आज़ाद, चेतन अग्रवाल, राष्ट्रीय सैनिक संस्था के प्रदेश प्रवक्ता व हापुड़ के जिला अध्यक्ष ज्ञानेंद्र त्यागी जिला अनुशासन सचिव गुलशन त्यागी, राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन के नरेंद्र चौधरी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामनिवास, सचिव विकास त्यागी, गायत्री परिवार के सुधीर त्यागी,निखिल त्यागी अहाते वाले एडवोकेट डी०डी० हरित,नवीन त्यागी एडवोकेट नागेंद्र व श्रेष्ठ त्यागी आदि मौजूद रहे।