हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।
हापुड़ में वकीलों व पुलिस के बीच हुए संघर्ष में वकीलों की पुलिस द्वारा की गई निर्ममता पूर्वक पिटाई पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने निंदा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार कानून हाथ में न ले, नहीं तो अपनी पैरवी करवाने के लिए उन्हें कहीं कोई अधिवक्ता नहीं मिलेगा।
जानकारी के अनुसार महिला अधिवक्ता व उनके पिता के विरुद्ध पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर वापस ना लेनें व पुलिस के विरुद्ध कार्यवाही की मांग को लेकर तहसील चौपाल पर वकीलों ने जाम लगाकर वापस लौट रहे थे। इस बीच वकीलों व पुलिस में जमकर कहासुनी व वाद-विवाद हो गया और पुलिस ने महिला वकीलों सहित वकीलों पर जमकर लाठीचार्ज किया, जिससे दो दर्जन वकील घायल हो गए।
इस दौरान वकीलों ने दुकानों व कचहरी में घुसकर अपनी जान बचाई। पुलिस की इस घटना के विरोध में अधिवक्ताओं में भारी रोष है।
हापुड़ पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रोष व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि
हापुड़ में महिला अधिवक्ता के साथ पुलिस द्वारा अभद्रता व उल्टे अधिवक्ता के ही ख़िलाफ़ की गयी अन्यायपूर्ण एफआइआर रद्द करने की माँग को लेकर बार एसोसिएशन द्वारा किये गये शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर लाठीचार्ज करना अलोकतांत्रिक व अशोभनीय है।
उधर बार काउंसिल ऑफ यूपी के उपाध्यक्ष अनुराग पाण्डेय ने यूपी को मुख्य सचिव को भेजें पत्र में कहा कि हापुड़ पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण धरना देकर वापस कचहरी लौट रहे वकीलों से कचहरी परिसर में बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज किया गया,जिसमें आस-पास के जनपद गाजियाबाद, मोदीनगर व हापुड़ के कई अधिवक्ता घायल भी हुए है, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।
उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने हेतु जनपद हापुड़ के संबंधित पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध निलंबन व स्थानांतरण हापुड़ से अन्यत्र अविलंब करने की मांग की ।