लोकभारती मनायेगा विश्व युवा दिवस 12 से लेकर 23 जनवरी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पराक्रम दिवस तक,ऑनलाइन मीटिंग आयोजित

हापुड़। लोक भारती मेरठ प्रांत की आगामी कार्यक्रमों के निमित्त एक ऑनलाइन मीटिंग आयोजित की गई जिसमें मेरठ प्रांत के प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया कार्यक्रम का संचालन भारत भूषण गर्ग ने किया तथा अध्यक्षता नरेंद्र राणा क्षेत्रीय सहसयोजक ने की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ठाकुर धर्मपाल सिंह ,संजीव कुमार, शिवकुमार सिंह,भारत भूषण गर्ग रहे। सर्वप्रथम किसानों को डॉक्यूमेंटेशन तथा प्राकृतिक कृषि क्यों करनी चाहिए तथा इसकी मूलभूत क्या आवश्यकता है पर प्रकाश डालते हुए ठाकुर धर्मपाल सिंह ने कहा की धरती हमारी मां है तथा बीज पिता के समान है यदि बीज खराब होगा तो बच्चा भी कुपोषित होगा अर्थात फसल अच्छी नहीं होगी प्राकृतिक कृषि में सिंचाई की अत्यंत ही कम आवश्यकता होती है यह कम पानी और कम सूखा चाहती है हमें ध्यान यह रखना चाहिए कि बीज बोते समय बीजों की मात्रा भी संतुलित रहे प्रयास यह करें की बीज उत्तर से दक्षिण दिशा में बोने चाहिए जिससे उन्हें भरपूर प्रकाश मिलता रहे। संजीव कुमार ने बताया कि हमें 10 बिंदुओं में अपनी फसल का पूरा विवरण रखना चाहिए जिससे हम अपने आय-व्यय का सही अनुमान लगा सकें फसल बोने से पूर्व की जुताई से लेकर बिकने तक उन्होंने 10 बिंदुओं के विषय में विस्तार से बताया। शिवकुमार सिंह ने बताया कि हमारा खेत मॉडल केंद्र होना चाहिए जहां जीवामृत घन जीवामृत दशपर्णी अर्क आदि उपलब्ध रहें हमारे खेत को देखकर सभी को यह ध्यान में आना चाहिए की प्राकृतिक कृषि बहुत सुंदर चीज है।
प्रान्त सयोंजक भारत भूषण गर्ग ने संगठनात्मक चर्चा करते हुए कहा की अन्नदाता के उत्पादित अन्न से अभी मकर सक्रांति का कार्यक्रम बनाया जाएगा लोकभारती विशेष पहल करते हुए इस बार किसानों के लिए खिचड़ी के सह भोज आयोजित करेगी मेरठ प्रांत में खिचड़ी के कार्यक्रम 100 स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे जिसमें किसानों को प्राकृतिक कृषि के लाभ के विषय में तथा इससे होने वाले प्रकृति के लाभ के विषय में बताया जाएगा ।कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित करते हुए लोक भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बृजेंद्र पाल सिंह ने कहा की प्राकृतिक कृषि से भूमि का सुपोषण होता है क्योंकि इससे भूगर्भ का जल का संरक्षण होता है उत्पादन बढ़ता है हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हमारे खेत को देखकर किसी को भी प्रमाण की आवश्यकता ना पड़े यदि हमारे खेत पर गोमूत्र घन जीवामृत जीवामृत दशपर्णी अर्क बीज संरक्षण का कार्य दृष्टिगोचर होगा तो हमारे खेत नैसर्गिक सुंदरता को प्राप्त होंगे कार्यक्रम में 14 प्रशासनिक जिलों के किसान उपस्थित रहे जिनमें योगेंद्र शर्मा सहारनपुर, राकेश जयसवाल मुरादाबाद, राजीव राष्ट्रवादी बुलंदशहर ,शिव कुमार सिंह मेरठ, मूलचंद आर्य हापुड़ , ओमप्रकाश सिंह बिजनौर, रमेश चंद्र आर्य मुरादाबाद, कृष्ण दत्त शर्मा बागपत,कुंवर नीरज सिंह नोएडा ,हर्ष त्यागी सूबेदार जगदीश सिंह चौहान प्रमोद चौधरी निरमेश सिंह प्रदीप दत्तात्रेय टेकचंद आदि की उपस्थिति विशेष रही

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