ये हैं हापुड़ पुलिस:बदमाशों की गोलियां चलते ही पुलिसकर्मीडरकर छिप गए,ऑटोमेटिक वैपन भी ना आ सकें काम

-पुलिसकर्मी अलर्ट रहते तो हमलावर बदमाश मौके पर हीे हो जाते ढेर

अमित अग्रवाल,हापुड़।

डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के गेट के सामने बदमाशों जिस प्रकार से दुस्साहस कर सरेआम हरियाणा फरीदाबाद पर पेशी पर लाए कैदी लखन सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई उसने कोर्ट परिसर के आसपास सुरक्षा की कलई तो खोल ही दी साथ ही गोलियां चलती देख पुलिसकर्मियोें के डर कर भागने और छिपने से उनकी बहादुरी की बानगी भी नजर आ गई। जबकि डर कर भागे कई पुलिसकर्मियों के पास स्वाचालित हथियार थे। यदि वे हिम्मत दिखाकर जवाबी फायरिंग करते तो या तो बदमाश पुलिस की गोली से ढेर होते या फिर गिरफ्त में होते। केवल यूपी पुलिस के सिपाही ही नहीं कैदी की सुरक्षा के लिए हरियाणा के हथियारबंद पुलिसकर्मी भी डर कर वैन में जा छिपे। वे तब तक बाहर नहीं आउ जब तक हमलावर मौके से फरार नहीं हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गोलियों की आवाज से भीड़भाड़ वाला इलाका कुछ ही देर में वीरान सा हो गया। लोग अपनी जान बचानें को इधर उधर भागनें लगें,जबकि बदमाश बड़े आराम से वारदात को अंजाम देकरर फरार हुए।

डिस्ट्रिक्ट कोर्ट होनें से 24 घटें कचहरी गेट पर रहती है पुलिस पिकेट
कचहरी में आए दिन होनें वालें झगड़ों को देखते हुए वहां पुलिस पिकेट लगाई हुई है। जहां अत्याधुनिक हथियारों के साथ पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। इस घटना से पुलिस की कचहरी की सुरक्षा व्यवस्था की भी पोल खोलकर रख दी।

अवैध पार्किंग बनी जी का जंजाल
कचहरी में आने जानें वालें लोगों के वाहनों के लिए गेट के बराबर में ही पार्किंग की अस्थायी व्यवस्था कर रखी है।जिस कारण वाहन चालकों ने सड़क पर ही अवैध पार्किंग कर रखी है। अवैध पार्किंग होनें से वहां हर समय जाम की समस्या व दुर्घटना की बनी रहती है।

Exit mobile version