बनिया (जैन) धर्म के विरूद्ध किये जा रहे दुष ्प्रचार से समाज में आक्रोश, सीबीआई जांच की मा ंग
हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।
अनोप मंडल द्वारा बनिया (जैन) धर्म के विरूद्ध किये जा रहे दुष्प्रचार को लेकर जैन समाज में भारी आक्रोश व्याप्त हैं। अनोप मंडल की असामाजिक गतिविधियों की सीबीआई द्वारा जांच करवाकर कठोर कार्यवाही एवं समस्त प्रचार सामग्री पर प्रतिबंध करने की मांग की हैं।
डीएम को दिए ज्ञॉपन में हापुड़ के श्रीदिगम्बर जैन समाज नें कहा कि
अनोप मंडल एक बनिया (जैन) विरोधी संगठन है, जोकि राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बनिया (जैन) साधु व साध्वियों के खिलाफ लोगों के दिमाग में जहर घोलने का काम कर रहा है।
इन राज्यों में इनका संगठन गाँव-गाँव जाकर प्रचार कर रहा है कि विश्व व भारत में आने वाली हर मानव निर्मित संकट व प्राकृतिक आपदा का एकमात्र कारण बनिया (जैन) लोग हैं।
उन्होंने कहा कि सदस्यों ने लोगों को भड़काते हुए कहा कि बनिया (जैन) के कारण ही भूकंप आते हैं, इनके कारण ही बाढ़ आती है। और इनके कारण ही आतंकवादी हमलें होते हैं, ग्लोबल वार्मिंग के पीछे भी इन्हीं का हाथ है। यद्यपि इसकी कल्पना करना भी अपपटी बात है. पर अनोप मंडल लगातार ऐसा प्रचार करके गाँव-गाँव में इनके विरुद्ध विद्रोह व हिंसा को उकसाने का कार्य कर रहा है।
अनोप मंडल के लोग भोले-भाले ग्रामीणों को भय, लालच व प्रलोभन देकर अपने संगठन में शामिल करते जा रहे हैं और बनिया (जैन) लोगोकं व जैन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार को निरन्तर बढ़ावा दे रहे हैं। उनका कहना है कि बनिया, जैन साधु और जैनों के भगवान काला जादू करके अकाल लाते हैं, बाढ़ लाते हैं, बीमारी फैलाते हैं, स्वाइन फ्लू, एड्स, मलेरिया, लकवा, टाइफाइड आदि की उत्पत्ति इन्होंने की है। अब उनका दावा है कि कोरोना विषाणु जैसी वैश्विक महामारी भी इनके द्वारा लायी गयी है।
अनोप मंडल के मुकनराम का कहना है कि बनिया (जैन) अपनी राक्षसी गतिविधियों को बरमूडा ट्राएंगल के 1000 फुट नीचे से संचालित करता है। यद्यपि उनके पास ऐसा सिद्ध करने के लिए कोई प्रमाण होंगे, ऐसा नहीं कहा जा सकता है। अनोप मंडल का इतिहास व साहित्य पढ़ने से पता चलता है कि यह लोग बनिया लोगों की आर्थिक सम्पन्नता से ईर्ष्या करते हैं।
देखने में आया है कि अनोप मंडल ने कई स्थानों पर बनिया (जैन) लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काने में मुख्य भूमिका निभाई है। गत 30-40 सालों में राजस्थान राज्य में इस संगठन के विरूद्ध अनेक मामले दर्ज हो चुके हैं, हाई कोर्ट के आदेश भी हुए हैं, पर आज तक इस संगठन के विरूद्ध कोई ठोस कार्यवाही न होने से यह अपना विस्तार देश के अन्य राज्यों में कर रहा है। जैसा कि आप जानते हैं कि जैन मुनिगण व साध्वियाँ पैदल चलते हैं और गत, 10 वर्षों में गुजरात, राजस्थान व महाराष्ट्र आदि राज्यों में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 150
से अधिक जैन साधु-साध्वियों की मृत्यु भी हुई हैं। इन दुर्घटनाओं में अनोप मंडल का हाथ होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है, इसकी सीबीआई से उच्च स्तरीय जाँच करवाई.. जाये, ताकि सच्चाई दुनिया के सामने लाई जा सकें। अनोप मंडल को कौन संचालित करता है, कौन इनकी समाज विरोधी गतिविधियों को चलाने के लिए इनको धन उपलब्ध करवाता है और कौन इनको राजनीतिक संरक्षण देता है. भारत सरकार को इसकी सीबीआई जांच करवानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बनिया (जैन) समाज की मुख्य मांग हैं कि सीबीआई द्वारा अनोप मंडल की जांच और जैन समाज के विरुद्ध भ्रामक प्रचार करने और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए अनोप मंडल के मुकनराम को गिरफ्तार कर कठोर कानूनी कार्यवाही की जाये। अनोप मंडल द्वारा संचालित वेबसाइटों सोशल मीडिया खातों (टविटर, फेसबुक, व्हाट्सएप यूटयूब) व किताब जगत हितकरणी को प्रतिबंधित किया जाये। 3- अनोप मंडल पर सम्पूर्ण भारत में पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाये। भारत सरकार पदविहारी जैन साध्वियों की सुरक्षा व जीवन रक्षा की व्यवस्था करें। इस सम्बन्ध में सभी राज्यों की पुलिस को निर्देश जारी करें। आपके द्वारा त्वरित संज्ञान लेकर कार्यवाही किए जाने की अपेक्षा है।
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