फरियादी या कर्मचारी से कराये बात ,शासन द्वारा निगरानी करने से अधिकारियों में मचा हडक़ंप

-शासन से विकास भवन में कई अधिकारियों के पास आया फोन

हापुड़।

शासन द्वारा निर्धारित जन सुनवाई के समय कार्यालय से अधिकारियों के नदारद रहने से जनता की समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। जिसे गंभीरता से लेते हुए शासन ने अधिकारियों की निगरानी करनी शुरू कर दी है। शासन द्वारा निगरानी करने से अधिकारियों में हडक़ंप मच गया है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। कि जन सुनवाई के समय जनता की समस्याएं सुनकर उनका निस्तारण करें। आपको बता दें,कि लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में भाजपा को प्रदर्शन के मुताबिक सीटें नहीं मिली। जिसका एक कारण जन सुनवाई के समय अधिकारियों का कार्यालयों से नदारद रहना,जनता की शिकायतों का निस्तारण नहीं होना भी माना जा रहा है। अब लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद शासन से अधिकारियों पर निगरानी शुरू कर दी है। शासन द्वारा फोन के माध्यम से अधिकारियों पर निगरानी शुरू कर दी है,कि अधिकारी कार्यालय में किस समय पहुंचते है। गत गुरुवार को शासन द्वारा विकास भवन में मुख्य चिकित्साधिकारी डा.सुनील त्यागी,जिला विकास अधिकारी देवेन्द्र प्रताप सिंह व जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी अभिषेक कुमार सरोज को फोन करके जाना कि वह कार्यालय में मौजूद है,तो वहां मौजूद फरियादी से बात कराये,फरियादी नहीं है,तो कार्यालय के कर्मचारी से बात कराये। साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया,कि वह जन सुनवाई के समय कार्यालय में उपस्थित रहकर जनता की शिकायतों का प्राथमिकता से निस्तारण करें।

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