हापुड़(यर्थाथ अग्रवाल मुन्ना)।
जिलें में शासन की रोक के बाद भी खतरनाक चायनीज मांजें की रक्षाबंधन पर्व पर जमकर बिक्री हुई। जिस कारण नेशनल हाईवें-9 पर बाजार जा रही स्कूली सवार शिक्षिका,बेटा,बेटी व अन्य लोग अलग अलग हादसों में चायनीज मांजें की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गए। जिससे उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार हापुड़ में रक्षाबंधन के आसपास बाजार में मांजें मेटल कोटिड चाइनीज मांझा बेचने व भंडारण आदि पर प्रतिबंध के बावजूद भी बिक्री हुई। जिसके चलते आए दिन वाहन सवार लोग घायल हो रहे हैं।
शहर के पुराना बाजार, रेलवे रोड, चंडी रोड स्थित दुकानों पर पतंगों और मांझों की बिक्री होती है ।हालांकि सख्ती के बाद भी प्रतिबंधित चीनी मांझे की बिक्री पर रोक नहीं लग पा रही है। डीएम प्रेरणा शर्मा ने चीनी मांझे की बिक्री रोकने के लिए तीनो तहसीलों के एसडीएम को नगर पालिका की टीम के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।एसडीएम सदर शुभम श्रीवास्तव ने पुलिस की टीम के साथ शहर में पतंग-मांझा की करीब आधा दर्जन दुकानों पर छापा मारा। हालांकि दुकानों पर से चाइनीज मांझा गायब था।
सोमवार देर शाम थाना हापुड़ देहात क्षेत्र में स्कूटी से सरकारी शिक्षिका शशि सिंह अपने बेटे मोलिक व बेटी विज्ञानी के साथ बाजार जा रही थी,तभी गढ़ रोड़ फ्लाईओवर पर एक मांजा उनके मुंह पर बंधी चुन्नी से टकराया और चुन्नी काटते हुए उसके चेहरा काट डाला तथा पीछे बैठे उनके बेटे का भी चेहरा काट दिया, जिससे पीछे बैठी उनकी बेटी चलती स्कूटी से कूदकर घायल हो गई। जिन्हें देवनंदनी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उनके 27 टांके आए और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
उधर महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष गुंजन शर्मा के पति वतन शर्मा की स्कूटर पर जाते समय गढ़ रोड़ पर चायनीज मांजें की चपेट में आकर गर्दन कट गई। इसके अलावा वाहन सवार तीन अन्य लोग भी चाइनीज माजे की चपेट में आकर घायल हो गए।
जानलेवा होता है चाइनीज मांझा
बाजार में धड़ल्ले से बिक रहा मांझा प्लास्टिक के महीन धागे से तैयार किया जाता है। यह बेहद धारदार और मजबूत होता है। इससे कई बार पतंग उड़ाने वाले के हाथ भी कट जाते हैं। यह जानलेवा मांझा तीन हजार मीटर की लंबाई का मात्र 300-400 रुपये में बिक रहा है। वहीं लोगों के साथ साथ पक्षियों के पंख, गर्दन, पैर कट जाते हैं।
शहर में बिक रहा है चायनीज मांझा
नगर के गढ़ रोड़ स्थित भीमनगर, मीनाक्षी रोड़, कोठी गेट, पुराना बाजार, फ्री-गंज रोड, व स्वर्गआश्रम रोड पर पतंग व मांझो की धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है।
एसडीएम ने दी कार्यवाही की चेतावनी
एसडीएम सदर शुभम श्रीवास्तव ने बताया कि किसी भी हाल में जानलेवा मांझे की बिक्री नहीं होने दी जाएगी। शहर में जानलेवा मांझा पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चायनीज मांजें की घटनाएं
19 अगस्त को थाना हापुड़ देहात क्षेत्र में बाजार से सामान लेनें आ रहे बाईक सवार बुजुर्ग
गांव सैदापुर निवासी जगत सिंह
की चायनीज मांझे की चपेट में आनें से गर्दन बचानें की चक्कर में उंगली कट गई।
5 अगस्त को पिलखुवा के गांधी बाजार निवासी वासु गोयल अपने ताऊ के साथ स्कूटी पर सवार होकर घर आ रहा था। रेलवे ओवर ब्रिज पर वासु चीयनीज के मांझे ने उसकी गर्दन को काट दी।
27 जुलाई को गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के रविदास चौक निवासी नेपाल बाइक पर सवार होकर जा रहे थे बाबूगढ़ में चाइनीज मांझा से गर्दन कट गई।
हापुड़ के मौहल्ला लज्जापुरी गली नं.16 निवासी वीरेंद्र पुणकर उर्फ लिटिल अपने पुत्र अनमोल (7) के साथ
शुक्रवार को किसी काम से बाजार सामान लेने जाते समय
चाइनीज मांझे की चपेट में आने अनमोल की गर्दन कट गई थी।