हापुड़। थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के तहसील में तैनात एक लेखपाल को एंटी करप्शन की टीम ने पचास हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी लेखपाल एक जमीन के मामले में व्यापारी से पचास हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था।
पीड़ित व्यापारी ने एंटी करप्शन टीम से न्याय की गुहार लगाई थी। जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी लेखपाल को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। लेखपाल को एंटी करप्शन द्वारा गिरफ्तार करने के बाद से जनपद के पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। एंटी करप्शन की टीम आरोपी लेखपाल को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
गढ़ तहसील में तैनात लेखपाल विपिन धामा को एंटी करप्शन की टीम ने पचास हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पीड़ित शिकायतकर्ता की ओम बिल्डिंग मैटीरियल की दुकान थाना बहादुरगढ़ के देहरा कुटी में है। पीड़ित ने 240 वर्ग गज व्यावसायिक भवन का बैनामा 75 लाख रुपए में खरीदा था। जिसमें स्टांप ड्यूटी 93 लाख रुपए के हिसाब से लगी थी। लेकिन इस भवन का दाखिल खारिज नहीं हुआ था। पीड़ित ने दाखिल खारिज की प्रक्रिया हेतु जुलाई 2024 में गढ़ तहसील के तहसीलदार के यहां आवेदन किया था। जिसकी प्रक्रिया में संबंधित लेखपाल विपिन धामा करीब तीन-चार दिन पहले पीड़ित व्यापारी की बिल्डिंग मटेरियल की दुकान पर पहुंचा और दाखिल खारिज करने के नाम पर पीड़ित से एक प्रतिशत के हिसाब से 90,000 रुपए रिश्वत के मांग की । पीड़ित के पिता 15 अगस्त को तहसील गढ़मुक्तेश्वर में आरोपी लेखपाल विपिन धामा से मिले और 90,000 रुपए देने में असमर्थता जताई। जिसके बाद पीड़ित के पिता के अनुरोध पर आरोपी लेखपाल ने ₹50,000 रिश्वत लेकर दाखिल खारिज करने की बात की। लेकिन इसके बावजूद पीड़ित शिकायतकर्ता आरोपी लेखपाल विपिन धामा को ₹50,000 की रिश्वत नहीं देना चाहता था और आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़वाना चाहता था। पीड़ित ने इसकी शिकायत मेरठ की एंटी करप्शन टीम से की। जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी लेखपाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम द्वारा आरोपी लेखपाल के खिलाफ गढ़ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।