धूमधाम से मनाया भगवान पारसनाथ का निर्वाण महोत्सव,स्वर्ण कलश से किया जलाभिषेक

हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।

कसेरठ बाजार स्थित श्री 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आज भगवान पारसनाथ का निर्वाण महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
प्रात काल से ही मंदिर जी में अभिषेक शांतिधारा एवं पारसनाथ विधान का आयोजन किया गया। इस दौरान विभिन्न धार्मिक क्रियाओं के साथ 108 निर्वाण लाडू चढ़ाए गए।जिसमे श्रद्धालुओं ने शुद्ध वस्त्र पहनकर एवं मुकुट, माला धारण कर धार्मिक कार्यक्रमों में उत्साह से हिस्सा लिया। श्रीजी के पांडूकशिला पर विराजमान होते ही संगीत की धुनों के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ।
भगवान को पांडूकशिला पर विराजमान कर शांतिधारा का सौभाग्य नेमचंद अरुण कुमार जैन परिवार को प्राप्त हुआ। सौधर्म इन्द्र बिजेंद्र पुनीत जैन,देवेंद्र विकास जैन,मनोज जैन,धनेंद्र संजय जैन ने स्वर्ण कलश से जल अभिषेक किया।
धर्मसभा में संबोधित करते हुए पंडित शिवम जी ने कहा कि पलक का झुकना क्षमा और उठना क्रोध के समान है। क्षमा में चेहरे पर प्रसन्नता होती है। चेहरे पर तनाव होता, आंखों में लालिमा चेहरे की सुन्दरता को भी समाप्त कर देती है। उन्होंने समझाते हुए कहा कि पारसनाथ भगवान के ऊपर कमठ ने 10 भव तक कष्ट दिए, मगर पारसनाथ ने हर भव में उसे क्षमा प्रदान की। इसीलिए वे भगवान बन गए, वहीं कमठ का जीव नरक में दुख झेल रहा है। व्यक्ति मीठा खाता तो हैं, मगर मीठा बोलता नहीं है। मीठे बोल बड़े अनमोल होते हैं।
धर्म सभा व निर्वाण महोत्सव कार्यक्रम के दौरान पांडाल श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। भगवान पारसनाथ के जयकारों से मांगलिक भवन गुंजायमान रहा।
इस अवसर पर प्रधान राजेश जैन महामंत्री अशोक जैन कोषाध्यक्ष सुखमाल जैन विधान संयोजक अनिल जैन दिनेश,नीरज,वीरेंद्र,नितिन,मोनू,अनिल,संदीप,रितेश,राजेन्द्र,राकेश,राजीव,श्री निवास,पुष्पा,मेमवती, नेहा,सरोज,शिप्रा,रेखा,भावना,प्रभा,बबिता, गरिमा आदि लोग उपस्थित थे ।

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