हापुड़ (अमित अग्रवाल मुन्ना)।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियन्त्रण दिवस के संदर्भ में ए०टी०एम०एस० कॉलिज एवं परमार्थ कॉलिज ऑफ फार्मेसी अच्छेजा के संयुक्त तत्वाधान में प्रदूषण नियन्त्रण स्वास्थ्य के लिए जरूरी विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। शिक्षकों ने प्रदूषण नियन्त्रण के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। प्रदूषण मुक्त हो धरती हमारी यह भाव बच्चों और बड़ो सबने होना चाहिए।
हरित धरती के पक्षधर चेयरमैन नरेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि धरती को प्रदूषण के अनिशाप से बचाना सबका कर्तव्य है। सचिव रजत अग्रवाल ने कहा कि वृक्ष प्रदूषण को कम करने में सबसे उपयोगी रहते हैं।
कार्यकारी निदेशक डॉ० राकेश अग्रवाल ने चीन जापान जैसे विकसित देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां लोग प्रदूषण से बचने के लिए साइकिल का उपयोग करते हैं और सफाई का बहुत ध्यान रखते है।
फार्मेसी के प्राचार्य डॉ० अरूण कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय प्रदूषण नियन्त्रण दिवस 2 दिसम्बर 1984 में हुए भोपाल गैस त्रासदी के मृतकों की याद में मनाया जाता है। प्रदूषण से मानव की जिन्दगी नर्क बन जाती है। प्रधानमन्त्री के स्वच्छ भारत अभियान में सबको सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अस्पतालों के बायो मेडिकल कचरे को राख बना कर मिट्टी में दबा देना चाहिए। बी०एड० के डीन डॉ संजय कुमार पोलीटेक्नीक के कोआर्डिनेटर इजी० विद्युत मदर सोहन पाल, स्वीटी प्रो० अंजलि सिंह, रोहित, विकास, सोनम दीपेश, लवी शर्मा शिवानी, पिंकी, सचिन, विनय, नारायन, प्रीति ने प्रदूषण नियन्त्रण के लिए विविध सुझाव दिये। सार्वजनिक वाहनों और बैटरी चालित वाहनों का प्रयोग धुआँ कचरा दूषित पानी का खुले में न डालना, अलाव न जलाना, सूखा व गीला कचरा अलग-अलग रखना आदि। घनेन्द्र पाल सिंह, संदीप, पूजा प्राची नीत आसिफ सोहनवीर व नितिन कौशिक ने सहयोग किया।