हापुड़ (अमित मुन्ना) ।
नगर के श्री शांतिस्वरूप कृषि इंटर कॉलेज में भौतिकी मंच के तत्वाधान में एक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन हुआ । जिसका उद्घाटन डीआईओएस पी. के. उपाध्याय ने किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि एस. एस. वी. इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य वी. के. गर्ग उपस्थित रहे।
प्रदर्शनी से पूर्व भौतिक विज्ञान प्रवक्ता अजय कुमार मित्तल द्वारा लिखित एक पुस्तक साईकिल में भौतिक विज्ञान का विमोचन किया।
पुस्तक के लेखक अजय मित्तल ने बताया कि पुस्तक में किसी सड़क पर चलती हुई एक साईकिल की विभिन्न परिस्थितियों में में गति के नियंत्रण के समय भौतिक विज्ञान के नियम किस प्रकार कार्य करते हैं, उन्हें बड़े ही रोचक और व्यावहारिक ढंग से समझाया गया है। बचपन में पहले कैंची और डण्डे से होते हुए फिर गद्दी से साईकिल चलाने का सफर, साईकिल पर पैर आगे से या पीछे से घुमाकर बैठने के तरीके, साईकिल के पीछे कुछ सामान बांधकर या साइड में लटकाकर या फिर किसी को बैठाकर चलाने का कौशल, सड़क के किसी मोड़ पर साईकिल को झुकाते हुए उसे संभालने की क्रिया, मेले में किसी बाल्टीनुमा या फिर गोलाकार मौत के कुँए में मोटरसाइकिल के सतुंलन जैसी अनेक क्रियाओं में साईकिल से भौतिक विज्ञानं किस प्रकार जुड़ा होता है, यह बहुत ही सामान्य सी बोलचाल की भाषा के रूप में गणितीय समाधान के साथ समझाया गया है।
कार्यक्रम में भौतिकी प्रवक्ता अजय कुमार मित्तल और युगल किशोर शर्मा के नेतृत्व में कक्षा 11 के 61 बच्चों द्वारा लगाई गई विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन किया। आम प्रदर्शनियों से भिन्न इस प्रदर्शनी में 61 छात्रों ने आसपास की बेकार पड़ी वस्तुओं लसे छोटे छोटे खेल-खिलौने और क्रियाकारी उपकरण बनाकर विज्ञान के सिद्धांतों और नियमो की को अपने दैनिक जीवन से जुड़ी तरह तरह की गतिविधियों और क्रियाओं से जोड़ कर उनका प्रदर्शन करते हुए समझाया।
भौतिकविद एवं विज्ञानं संचारक अजय मित्तल ने बताया कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों को विज्ञान जैसा रोचक विषय केवल पुस्तक में नहीं बल्कि अपने आसपास हर जगह हर गतिविधि में ढूंढने के लिए प्रेरित करना था जिससे कि विज्ञान उन्हें रोचक और आकर्षक लगे।
प्रदर्शनी में बच्चों ने हवा का दाब, पानी का दाब, पृष्ठ तनाव, बरनौली का सिद्धांत, वाद्य यंत्रों के बजने का सिद्धांत, गुरुत्वाकर्षण, प्रकाश के व्यवहार, पदार्थों का लचीलापन, गति के नियम, गुरुत्व केंद्र, बल आघूर्ण, छोटी बड़ी माप आदि जैसे अनेक सिद्धांतो को समझाने के लिए स्वचलित फौव्वारा, स्प्रे पेंटिंग, डेंग्यू की रोकथाम, गाड़ियों की धुलाई, गलत तराजू की जाँच, कागज के बर्तन में चाय बनाना, गार्डन फाउंटेन, खेत का पलेवा और जुताई, ईश्वर एक है, पनडुब्बी आदि जैसे 100 से अधिक रोचक प्रयोग और दर्शकों के लिए कुछ चुनौतीपूर्ण करतब करके दिखाए। सभी अतिथियों और विद्यालय के छात्रों ने प्रतिभागी छात्रों से खूब प्रश्न पूछे और अपनी जिज्ञासा शांत की। सभी ने भौतिकी मंच के इस प्रयास की बहुत सराहना की।
मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक पी. के. उपाध्याय ने मंच के प्रयास और बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए इसी प्रकार से विषय को व्यावहारिक ढंग से सीखने पर जोर दिया।
.. प्रधानाचार्य वी.के. गर्ग ने अध्यापक वर्ग से अध्यापन के समय इसी प्रकार के टी.एल.एम. का प्रयोग करके बच्चों के सम्मुख विषयवस्तु को रोचक रूप में प्रस्तुत करने का आह्वान किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में समन्वयक युगल किशोर शर्मा, करन, जयवीर, राहुल और कक्षा 12 के छात्रों शिवम्, मनोज, राहुल, दीपक, सुमित, कारण, ऋतिक, विकास, अमन और मोंटी, सूरज, बोबी, रवि, सचिन, कृश, नितिन, पुनीत, का विशेष सहयोग रहा।
प्रदर्शनी में राजा, दीपांशु, ईशू, सैलव, शानू, अब्दुल, अनस, यश, यशवंश, अरुण, ध्रुव, हर्ष, प्रशांत, रौनक, कुणाल, शिवा, विशाल, जयंत, भूपेंद्र, हर्षित,अभिषेक, पुनीत, लकी, वंश, सौरभ, कुलदीप, निशांत,अभय, रेहान, फैज़ान, रमन, मीट, सौरभ, सर्वेश, शिवम्, सवन, राहुल सहित 61 छात्रों ने 100 से अधिक प्रयोग प्रदर्शित करके सभी का मन मोहा।
कार्यक्रम के अवसर पर युगल किशोर शर्मा, रवींद्र बंसल, रवींद्र गुप्ता, विशाल गुप्ता, मनोज, राजवीर सिंह, विद्या नदीश सिंह, जगदीश प्रसाद, अरविंद कुमार, प्रतीक, कृष्णमुरारी शर्मा, जितेंद्र सिंह , जे.पी.सेठ उपस्थित रहे।
अंत में प्रधानाचार्य श्री प्रभुदयाल जयंत ने सभी का आभार प्रकट किया।