चुनाव चिह्न और प्रत्याशी को चुनने की शर्त से बढ़ा मतभेद
हापुड़। निकाय चुनाव में हापुड़ की सीट को लेकर अब सपा के अंदर कलह शुरू हो गई है। गठबंधन में शामिल रालोद, असपा और सपा के जिलाध्यक्षों ने बुधवार रात बैठक बुलाई, हालांकि किसी कारणवश बैठक रद्द हो गई। वहीं, सपा के चुनाव प्रभारी ने स्पष्ट कहा है कि असपा और रालोद को प्रत्याशी या चुनाव चिह्न में किसी एक को चुनने का निमंत्रण दिया गया था, जिस पर कोई सक्रियता नहीं दिखाई गई।
चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने से पहले गठबंधन से जुड़े तीनों दल एकजुट दिख रहे थे। लेकिन सपा के चुनाव प्रभारी द्वारा तीनों सीटों पर सपा समर्थित प्रत्याशी घोषित किए जाने से गठबंधन में दो फाड़ हो गया। हालांकि चुनाव प्रभारी ने हाईकमान के निर्देश पर ही घोषणा करने का दावा किया है।
अब हापुड़ की सीट को लेकर तकरार बढ़ गई है, सपा, रालोद और असपा के जिलाध्यक्षों ने बुधवार रात बैठक बुलाई। लेकिन बैठक पूरी नहीं हो सकी, अब बृहस्पतिवार रात में फिर से बैठक बुलाई गई है। हापुड़ की सीट को लेकर सपाइयों में भी मतभेद दिख रहा है।
रालोद और आसपा के जिलाध्यक्षों ने नहीं दी प्रतिक्रिया
हाईकमान के निर्देशानुसार ही तीनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं। रालोद और असपा के जिलाध्यक्षों को कई बार बुलाया गया, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। दोनों जिलाध्यक्षों से हापुड़ सीट पर चुनाव चिह्न या प्रत्याशी में से किसी एक को चुनने का प्रस्ताव रखा गया है। शुक्रवार को हाईकमान में बैठक होगी, इसमें सब कुछ साफ हो जायेगा। फिलहाल हापुड़ सीट पर सुनीता आजाद ही सपा प्रत्याशी हैं। – राकेश यादव, चुनाव प्रभारी व एमएलसी सपा
मतभेद दूर करने के लिए होगी बैठक
निकाय चुनाव में तीनों सीटों पर गठबंधन कर परचम लहरा सके, इसके लिए तीनों दलों के जिलाध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है, इसमें आपस में मतभेद भी दूर होंगे। हाईकमान से जिस तरह के आदेश मिलेंगे, उसके अनुसार कार्य किया जायेगा। – देवेन्द्र जाखड़, जिला प्रभारी सपा
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