गलत तरीकों से दिए बिजली कनैक्शनों की बैठी जांच, फंस सकते हैं अधिकारी

हापुड़ डिवीजन के शहरी क्षेत्रों में पकड़े गए हैं मामले, वीडियोग्राफी अधिकारियों को सौंपी

हापुड़। निर्माणाधीन भवनों पर हापुड़ डिवीजन में स्थाई कनेक्शन दिए गए हैं। शहरी क्षेत्र में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनकी विडियोग्राफी कर अधिकारियों को सौंपी गई हैं एक्सईएन ने तीन महीने के अंदर दिए गए कनेक्शनों की जांच के आदेश दिए हैं।

जिन मकानों में निर्माण कार्य चल रहा है, उनमें निर्माण पूरा न होने ते अस्थाई कनेक्शन दिया जाता है। लेकिन सांठगांठ ठीक रहे तो आसानी से ऐसे निर्माणाधीन मकानों में भी स्थाई कनेक्शन मिल जाते हैं, जो नियम विरूद्ध हैं। बीते दिनों नोएडा में ऐसे ही मामलों में कार्यवाही हुई थी।

हापुड़ डिवीजन के कई क्षेत्रों में निर्माणाधीन मकानों पर स्थाई कनेक्शन दिए जाने की अधिकारियों ने वीडियो और फोटोग्राफी कराई है। जिसमें बड़े घपले की आशंका व्यक्त करते हुए अधिशासी अभियंता ने तीन महीने में दिए गए कनेक्शन की जांच के अलावा हाल ही में दिए गए कनेक्शनों का भी सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं।

लाइनमैंनों की रिपोर्ट में होता है खेल

नए कनेक्शन के लिए पहले सर्वे लाइनमैन द्वारा किया जाता है, इस पर रिपोर्ट भी लगती है। इसके बाद अवर अभियंता सत्यापन करता है। धरातल पर देखें तो अधिकांश कनेक्शन लाइनमैनों की रिपोर्ट पर ही कर दिए जाते हैं। निर्माणाधीन मकानों में स्थाई कनेक्शन दिए जाने में भी ऐसे कर्मचारियों की भूमिका है।

आवश्यक कार्यवाही होगी

निर्माणाधीन मकानों में स्थाई कनेक्शन दिए जाने का मामला गंभीर है। इसकी जांच कर, आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। जांच के आदेश दिए गए हैं – मनोज कुमार, अधिशासी अभियंता

Exit mobile version