व्यक्ति के भविष्य की जानकारी के लिए सबसे ज्योतिष शास्त्र की मदद ली जाती है। हालांकि कुछ लोग ज्योतिष शास्त्र में विश्वास करते हैं तो वहीं कुछ विश्वास करने से कतराते हैं। ज्योतिष जानकारों के अनुसार, जिस तरह से सूर्य और चंद्रमा धरती पर प्रत्यक्ष रूप से अपना प्रभाव डालते हैं। ठीक उसी तरह से ग्रहों से भी व्यक्ति का जीवन प्रभावित होता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नौ ग्रहों में से एक राहु को सबसे ज्यादा इंसान की जिंदगी में प्रभाव डालने वाला माना गया है। दुख का कारक माने जाने वाले राहु को अशुभ ग्रह माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रूर ग्रह राहु हमेशा अशुभ परिणाम ही नहीं देता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, कुंडली में उच्च का राहु व्यक्ति का भाग्य बदल देता है।
राहु ग्रह का असर-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस जातक की कुंडली में राहु ग्रह मजबूत होता है, उसे अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। यह व्यक्ति के आध्यात्मिक क्षेत्र में सफलता दिलाता है। राहु ग्रह अपने मित्र ग्रहों के साथ बलवान होता है। इसके विपरीत कुंडली में राहु की स्थिति कमजोर होने पर वह जातक को अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं।
राहु के अशुभ प्रभाव-
1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु के अशुभ असर से व्यक्ति को अपमानित हो सकता है।
2. कहते हैं कि राहु के अशुभ असर के कारण व्यक्ति को कामों में सफलता हासिल नहीं होती है।
3. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु जातक को राजनीति की ओर खींचता है लेकिन बदनामी का कारण भी यही ग्रह बनता है।
4. कहते हैं कि राहु के अशुभ प्रभाव के कारण व्यक्ति का व्यवहार और नैतिकता में बदलाव आ जाता है।
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राहु के कुंडली में खराब होने के लक्षण-
1. कहते हैं कि राहु के खराब होने के लक्षण मानसिक तनाव, बात-बात पर गुस्सा करना, वाणी का कठोर हो जाना, गलतफहमी और आपसी तालमेल न होना हैं।
2. कहते हैं कि पेट संबंधी समस्या, सिर में दर्द होना, रिश्ते खराब होना, मानसिक तनाव और शत्रुओं की ओर से परेशानी होना भी राहु खराब होने का संकेत है।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)