तनाव हमारे मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है. जो कि डिप्रेशन, पर्सनालिटी डिसऑर्डर, मोटापा, दिल के रोग जैसी दूसरी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. तनाव को कंट्रोल या इसका इलाज करना बहुत जरूरी है. लेकिन इसके लिए आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि आपको किस प्रकार का तनाव (Types of Stress in Hindi) है और इसके पीछे क्या कारण हो सकता है. तनाव कई प्रकार का हो सकता है, जो कि आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है. आइए जानते हैं कि स्ट्रेस के कौन-कौन से टाइप हैं.
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तनाव के प्रकार कौन-कौन से हैं?
1. एंटीसिपेट्री स्ट्रेस (Anticipatory Stress)
जब आप भविष्य में होने वाली गतिविधियों को लेकर बहुत ज्यादा सोचने लग जाते हैं, तो आपको एंटीसिपेट्री स्ट्रेस हो सकता है. इस प्रकार के तनाव में आपको अक्सर भविष्य में घटने वाली स्थिति के गलत होने का डर व खतरा महसूस होता रहता है. उदाहरण के लिए आपको आने वाले एग्जाम में फेल होने का डर सताने लगे.
2. एनकाउंटर स्ट्रेस (Encounter Stress)
जब आप किसी निश्चित व्यक्ति या किसी ग्रुप के सामने जाने से चिंतित होने लगें और उनके सामने जाने से बचने लगें, तो आपको एनकाउंटर स्ट्रेस हो सकता है. उदाहरण के लिए आपको अपने बॉस के सामने जाने से ही तनाव होने लगे, तो वह इसी प्रकार का तनाव माना जाएगा. इस तरह के स्ट्रेस में आप निश्चित व्यक्ति या ग्रुप के द्वारा अपने बारे में कोई राय कायम कर लेने के डर से जूझते रहते हैं.
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3. टाइम स्ट्रेस (Time Stress)
जब आपको समय को लेकर तनाव रहने लगे, तो समझ जाइए कि आपको टाइम स्ट्रेस हो रहा है. इस तरह के तनाव में इंसान को समय की कमी महसूस होती रहती है. उसे लगता है कि वह समय पर कोई काम पूरा नहीं कर पाएगा. इस प्रकार का तनाव अक्सर ऑफिस जाने वाले लोग, पढ़ने वाले बच्चे या डेडलाइन पर काम करने वाले लोगों को होता है.
4. सिचुएशनल स्ट्रेस (Situational Stress)
सिचुएशनल स्ट्रेस तब होता है, जब आप किसी परिस्थिति के कारण तनाव में रहते हैं. यह स्थिति जीवन में अक्सर कभी-कभी आ सकती है, लेकिन कुछ लोगों को ऐसी सिचुएशन से भी तनाव हो सकता है, जिनका सामना उन्हें बार-बार करना पड़ता है. उदाहरण के लिए बच्चे हमेशा एग्जाम के आसपास बहुत ज्यादा तनावग्रस्त होने लगते हों या फिर आपकी नौकरी चले जाने के कारण अत्यधिक तनाव हो रहा हो.
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