fbpx
ATMS College of Education
News

काशी विश्वनाथ ट्रेन में मिला नेपाली बच्चा,न्याय पीठ बाल कल्याण समिति ने परिजनों को किया सूचित

हापुड़। न्याय पीठ बाल कल्याण समिति हापुड़ को थाना आरपीएफ हापुड़ द्वारा एक सूचना प्राप्त हुई कि एक नाबालिक बच्चा जिसकी उम्र लगभग 5 वर्ष है, जो काशीविश्वनाथ ट्रेन में मिला है। बच्चे के माता-पिता की कोई जानकारी नहीं मिल रही है ना ही बच्चे की भाषा समझ में आ रही है, बच्चा अपना नाम सिर्फ गोपाल बता रहा है। प्राप्त सूचना पर तुरंत ही न्याय पीठ बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अभिषेक त्यागी व सदस्य बाबूराम गिरी, संजीव कुमार द्वारा संज्ञान लिया गया। उक्त सूचना पर अध्यक्ष बाल कल्याण समिति द्वारा कंप्यूटर ऑपरेटर मुकेश कुमार को निर्देशित किया गया कि वह तत्काल बच्चे के पास उपस्थित हो और उसको थाने से प्राप्त कर, उसके माता-पिता की जानकारी का पता लगाएं। उक्त आदेश के अनुपालन में बच्चे को थाना r.p.f. से प्राप्त कर उसको जनपद के वन स्टॉप सेंट की मैनेजर सोनिया के पास र पर अग्रिम कार्यवाही हेतु रोका गया। बच्चे के माता-पिता व उसके घर की जानकारी प्राप्त करने के लिए पूरी बाल कल्याण समिति की टीम लग गई, और कड़ी मशक्कत करने के पश्चात यह जानकारी प्राप्त हुई कि वह बच्चा भारतीय ने होकर नेपाल देश का है। यह भी जानकारी प्राप्त हुई कि बच्चे के पिता मानसिक रूप से अस्वस्थ है, उन्होंने बच्चे को दिल्ली से ट्रेन में बैठा दिया और स्वयं ट्रेन में नहीं बैठे। जिस कारण बच्चा अपने पिता से बिछड़ गया। कड़ी मशक्कत के पश्चात उक्त बच्चे के परिजनों का पता लगाया गया और उन को सूचित कर दिया गया कि आपका बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ है, और बाल कल्याण समिति के संरक्षण में हैं। आप जल्द से जल्द नेपाल से भारत आकर न्याय पीठ के समक्ष अपना बच्चा होने का दावा पेश करे, और बच्चे को अपनी सुपुर्दगी में ले ले। बच्चे को उसके परिजनों की पहचान कराने के लिए वीडियो कॉल भी कराई गई जिसमें बच्चे ने अपने परिजनों को पहचान लिया। बच्चे के परिजनों द्वारा यह सूचना दी गई कि वह आज दिनांक 16.06.2023 को नेपाल से भारत के लिए चल दिए हैं ,उनको जनपद हापुड़ तक आने में 2 से 3 दिन का समय लगेगा। अग्रिम कार्यवाही हेतु बच्चे के परिजनों द्वारा न्याय पीठ के समक्ष दावा पेश करने के पश्चात ही बच्चा उनकी सुपुर्दगी में दिया जाएगा।

Menmoms Sajal Telecom JMS Group of Institutions
Show More

4 Comments

  1. Pingback: incestuous sex

Leave a Reply

Back to top button

You cannot copy content of this page