कवि सम्मेलन एवं हिंदी भाषण प्रतियोगिता का हुआ आयोजन, हिंदी हमारी आन है, बान है,शान है,गहराइयों का सागर है – अराधना वाजपेई

कवि सम्मेलन एवं हिंदी भाषण प्रतियोगिता का हुआ आयोजन,
हिंदी हमारी आन है, बान है,शान है,गहराइयों का सागर है – अराधना वाजपेई

हापुड़। जायंट्स क्लब हापुड़ के तत्वावधान में यहां एल एन पब्लिक स्कूल में हिंदी सप्ताह के अवसर पर कवि सम्मेलन एवं हिंदी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
एल एन पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ,सचिव विनय त्यागी , सहसचिव के . के. अग्रवाल प्रधानाचार्य डा आराधना बाजपेई ,जायंटस क्लब के अध्यक्ष योगेश गर्ग सचिव डा अनिल बाजपेई पवन सक्सेना ,अजय बंसल,संजय गोयल ने दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
गुरु वंदन की परंपरा के अंतर्गत डा आराधना बाजपेई,अशोक शर्मा,एवं यक्षवीर सिंह तोमर का सम्मान किया गया।
भाषण प्रतियोगिता में चेष्टा चौधरी,आफरीन,एवं बुशरा क्रमशः प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान तथा आशीष एवं कनक राणा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
कवि सम्मेलन में डा अनिल बाजपेई ने पढ़ा , ” हिंदी संस्कृति है,सभ्यता है,आचरण है,व्यवहार है,विरासत है,धरोहर है! हिंदी भाषाओं का मानसरोवर है! हिंदी पतित पावनी मां गंगा मैया का तीव्र बहाव है! हिंदी पंत प्रसाद महादेवी वर्मा के आंगन का गुलाब है।
डा आराधना बाजपेई ने पढ़ा,” हिंदी हमारी आन है, बान है,शान है,गहराइयों का सागर है ऊंचाइयों का आसमान है, हिंदी हमारी धरोहर है हिंदी हमारी पहचान है।
योगेश गर्ग ने पढ़ा,” हिंदी का हमारे दिलों में निवास है,हरदम हमारे साथ है पास है,हिंदी से हम प्यार करें ,हिंदी उत्कृष्ट अहसास है।
पवन सक्सेना ने पढ़ा ,” हिंदी का पर्व मनाएं हम हिंदी को गले लगाएं हम,हिंदी जग से न्यारी है।
हिंदी से पहचान हमारी है।”
संजय गोयल ने पढ़ा,” हिंदी फूलों सी महकती है ।
हिंदी हमारे दिलों में बसती है।
,अजय बंसल ने पढ़ा,” हिदी शक्ति है भावों की अभिव्यक्ति है”
स्कूल के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने कहा हिंदी जनमानस की भाषा है,हम अपने विचारों को हिंदी भाषा के माध्यम से ज्यादा अच्छी तरह से संप्रेषित कर सकते हैं अपेक्षाकृत अन्य भाषाओं के।
सचिव विनय त्यागी ने कहा , हिंदी हमारी आत्मा है,यह हमारे रगों में रची है बसी है। हिंदी हमारी जननी है।
अंशिका ने कहा,जिससे है मुझे पहचान मिली,वो है मेरी हिंदी भाषा”
कनक राणा ने कहा,” दिन की हर सुबह होती है राम राम से ,वो हिंदी भाषा मेरे दिल से है।
कृतिका ने कहा ,” हिंदी वो भाषा है जो लोगों के हृदय में रहती है,ये वो भाषा है जो दिलों में बसती है।
बुशरा ने कहा , हिंदी से बना हिंदुस्तान,तभी है भारत महान
शिवानी ने कहा,” जन जन की भाषा है हिंदी,भारत देश की आशा हिंदी”,
आशीष ने कहा,” भारत की शान है हिंदी,हम सब का अभिमान है हिंदी चेष्टा ने कहा ,” एक दिन ऐसा आएगा,हिंदी का परचम फहराएगा,
आफरीन ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर परके के अग्रवालचमन शर्मा,अशोक शर्मा,यकश्वीर तोमर ,संजय कुमार उपस्थित थे

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