लखनऊ / मिर्जा़पुर (अमित अग्रवाल /राहुल बंसल)।
अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन उत्तर प्रदेश के कोर ग्रुप की बैठक अष्टभुजा निरिक्षण गृह विंध्याचल में सम्पन्न हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सुधीर एस हलवासिया ने कहा कि अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन देश की सबसे बडी़ सामाजिक संस्था है। जिसके देश भर में विभिन्न आयाम कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश में हमारी शाखायें प्रत्येक जनपदों तक फैली हुई हैं। संस्था ने सदस्यता अभियान के माध्यम से गांव गांव तक लोगों को जोड़ने के अभियान को चलाने का निर्णय लिया है।
इस अभियान के माध्यम से प्रथम चरण में एक लाख सदस्य जोडे़ जायेंगे। जिसके बाद 13 नवम्बर को लखनऊ में कार्यकर्ताओं का महाधिवेशन आयोजित होगा।
हमें अब सड़कों पर अपनी ताकत दिखलाना होगा। हमारे हर घर से व्यापार करने के साथ कोई एक सदस्य राजनीति में भी हो यह बात सुनिश्चित करनी है। राजनीति के पास हर समस्या की चाभी है। जिस समाज की दख्लंदाजी राजनीति में नहीं है वह बेहद पिछड़ रहे हैं। समाज अब राजनीतिक प्रशिक्षण अभियान के माध्यम से उत्तर प्रदेश के हर परिवार से राजनीतिक कार्यकर्ता तैयार करेगा। समाज के युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढे़ इसके लिए हम संगठन स्तर पर युवा और महिला सम्भाग को मजबूत कर रहे हैं।
लखनऊ में महाधिवेशन की तैयारी के लिए मंडल प्रभारियों को निर्देशित करते हुए राष्ट्रीय महामंत्री व गुड़गांव के पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने कहा कि बसों और ट्रेनों से सैकडो़ं हजारों की संख्या में 13 नवम्बर को कार्यकर्ता राजधानी कूच करेंगे। अब हमें दबा हुआ समझना बंद हो। वैश्य व्यापार करना और उसकी सुरक्षा करना दोनों जानता हैं। हम किसी राजनीतिक दल के पिछलग्गू या बंधुआ नहीं हैं। हमारे हितों की रक्षा करने वाला और हमारी बात करने वाला ही हमारा होगा। वैश्य जिनके साथ होता है सत्ता लम्बे समय तक उनके पास होती है। वैश्य खिसका तो सत्ता भी खिसक जाती है। हमारे स्वाभिमान से खिलवाड़ करने वालों को मुंह की खानी पडे़गी। नोएडा में गालीबाज अपराधी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है जो आज सलाखों के पीछे है। उत्तर प्रदेश का वैश्य नेतृत्व सबल व सक्षम है।
बैठक में प्रमुख उद्योगपति और अग्रहरि वैश्य उपवर्ग के राष्ट्रीय अध्यक्ष विदुप अग्रहरि ने 8 व 9 अक्टूबर को प्रयागराज में राष्ट्रीय कार्यसमिति के आयोजन का प्रस्ताव रखा जिसे सदन ने मंजूरी दे दी साथ ही राष्ट्रीय महामंत्री के प्रस्ताव पर विदुप अग्रहरि को इसका संयोजक बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गयी।
इस दौरान विदुप अग्रहरि ने कहा कि प्रयागराज में होने जा रही राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक ऐतिहासिक होगी। जहां देश भर के प्रतिनिधि दो दिन उपस्थित रहेंगे। वहीं 13 नवम्बर को लखनऊ में होने वाले महाधिवेशन की पूरी तैयारी को अमली जामा पहनाया जायेगा। महाधिवेशन में सभी उपवर्गों की भागीदारी सुनिश्चित होगी इसके लिए विभिन्न वैश्य उपवर्गों के राष्ट्रीय व प्रदेश अध्यक्षों की बैठक भी बुलायी जायेगी जहां रणनीति उनसे भी साझा होगी। हमारी आबादी उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा है। यह राजनीतिक दलों को समझना होगा। हमें बांट कर हमारा हक खाने की साजिश बंद होनी चाहिए।
विंध्याचल में वैश्य भवन बनाने का प्रस्ताव पारित किया गया जिसके लिए जिला उपाध्यक्ष बलराम जायसवाल ने जमीन दान देने का प्रस्ताव दिया।
बैठक का संचालन प्रदेश महामंत्री शैलेंद्र अग्रहरि ने किया।
अतिथियों का स्वागत जिलाध्यक्ष ताराचंद अग्रहरि, नगर अध्यक्ष नयन जायसवाल, जिला महामंत्री द्व शिव गोविंद चौरसिया व निखिल गुप्ता, राहुल बरनवाल, शिव मुंदडा़, ज्ञानचंद गुप्ता, उमा बरनवाल, बलराम जायसवाल, अनिल बरनवाल, शारदा प्रसाद आदि ने किया।
बैठक में लखनऊ से राष्ट्रीय मंत्री रीता मित्तल, रामपुर से प्रदेश महामंत्री भारत भूषण गुप्ता, बिजनौर से युवा शाखा के प्रदेश अध्यक्ष श्रीराम अग्रवाल व मथुरा से प्रदेश महामंत्री सुधांशु खंडेलवाल, गोरखपुर से प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद विक्रम चौधरी, अयोध्या से मनोज जायसवाल, विंध्याचल से मंडल प्रभारी शत्रुघ्न केशरी, वाराणसी से अरूण जायसवाल, बस्ती मंडल से संजीव जायसवाल, आजमगढ़ मंडल प्रभारी अमित गुप्ता, प्रयागराज से राजकुमार केशरी, प्रयागराज के महानगर अध्यक्ष विजय गुप्ता, आदि प्रतिनिधि शामिल हुए थे।