विश्व रंगमंच दिवस पर “मैं कलम हूं” नाटक का किया मंचन
हापुड़।
ए टी एम एस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग अच्छेजा के छात्रों ने विश्व रंगमंच दिवस पर नारी सशक्तिकरण को दर्शाते हुए “मैं कलम हूं” नुक्कड़ नाटक का प्रभावी ढंग से मंचन किया। नारी के हाथ में जब कलम आ जाती है तो वह शक्ति से भर जाती है। कलम शक्ति का प्रतीक है। लेखक, पत्रकार, समीक्षक, कवि कलम के उपासक बन शब्द का सृजन करते हैं, रच देते हैं अनूठा संसार। नाटक की प्रमुख पात्र खुशी दर्शकों को अपने संवादों से झकझोर देती है। वह लड़कियों में हौसला जगाते हुए कहती है– पंख काटने का गम नहीं करना अपनी आंखों को नम नहीं करना, एक दिन आसमां को छू लोगी हौसला अपना कम नहीं करना। सब पात्र नारा लगाते हैं– जागो नारी जागो। नाटक का लेखन डा० राकेश अग्रवाल और इंजीनियर विद्युत भद्रा ने किया। निर्देशन प्रवक्ता प्राची और नीतू ने किया। नाटक का मंचन पॉलीटेक्निक की जेवा, मनीषा, रितिका, रोहन और सचिन व फार्मेसी की मानसी, सरस्वती, अलीना ने किया।
संस्था के अध्यक्ष श्री नरेंद्र अग्रवाल , सचिव रजत अग्रवाल व फार्मेसी के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार ने बधाइयां दी। सोहनपाल, विनय कुमार, संदीप, पवन, पूजा, पारुल, योगेश, अनंत, मीनाक्षी, अरशद, आशीष, नीरज आदि दर्शकों ने उत्साह वर्धन किया।
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