युवती को भगानें व रेप के मामले में जेल में बंद शिवम् राजपूत ने फांसी लगाकर दी जान, परिजनों ने दरोगा पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
युवती को भगानें व रेप के मामले में जेल में बंद शिवम् राजपूत ने फांसी लगाकर दी जान, परिजनों ने दरोगा पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
हापुड़। थाना पिलखुवा क्षेत्र निवासी एक नाबालिग लड़की को भगा ले जानें व रेप के मामले में जेल में बंद बुलन्दशहर के स्याना निवासी शिवम् राजपूत ने देर रात डासना जेल में फांसी लगाकर सोसाइड कर लिया। मृतक के परिजनों ने एक दरोगा पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि दस सितंबर को हापुड़ के पिलखुवा थाना पुलिस ने खानी कटीरी बांगर थाना नरसैना जनपद बुलंदशहर निवासी 21 वर्षीय शिवम को दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में जेल भेजा था। मंगलवार देर रात शिवम ने योगा हॉल के पीछे विद्युत कक्ष में बिजली के तार का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।
बताया गया है कि शिवम कुछ दिन पूर्व पिलखुआ थानाक्षेत्र से एक किशोरी को लेकर फरार हो गया था। किशोरी के परिजनों ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया था। पुलिस ने किशोरी को बरामद कर शिवम को गिरफ्तार किया था। किशोरी के बयानों में दुष्कर्म की बात सामने आई थी। इस पर शिवम को बीती दस सितंबर को जेल भेज दिया गया था।
शिवम ने दो पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है। उसमें लिखा है कि किशोरी के परिजनों ने जबरन दुष्कर्म का बयान दिलवाया था, जिसके चलते वह जेल में है। उसने किशेारी के माता-पिता को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। सुसाइड नोट में उसने किशोरी के माता-पिता को सास-ससुर कहकर संबोधित किया है। अंत में शिवम ने किशोरी से माफी भी मांगी है।
परिजनों ने पिलखुवा चौकी पर तैनात एक दरोगा पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाया है।