बुद्ध जयंती पर भाकियू द्वारा काला दिवस मन ानें का दलितों ने किया विरोध
हापुड़(अमित मुन्ना)।
कृषि बिल के विरोध में लम्बे समय से यूपी बार्डर पर धरना दे रहें किसानों के संगठन द्वारा बुद्ध जंयती पर काला दिवस मनानें का दलित स्वाभिमान रक्षा संघर्ष समिति ने विरोध जताते हुए नाराजगी जताई और इसे भगवान बुद्ध का अपमान बताते हुए निंदा की।
दलित स्वाभिमान रक्षक संघर्ष समिति प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता अनिल आजाद ने कहा कि आज ऐसी शख्सियत का जन्मदिवस है जिसने मनुष्य के जीवन मरण की रूप से छुटकारा दिलाने के उपाय तलाशने के लिए अपना राजपाट त्याग दिया था और आज भी कोरोना महामारी के दुष्प्रभाव को रोकने के लिए बोध चिकित्सक परंपरा पर अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा कि आज कोरोना के प्रकोप और आपदा काल में भगवान बुद्व ही आशा की किरण है, वही किसान संगठन आज के पावन दिन को काला दिवस के रूप में मना कर भगवान बुद्ध और उनके अनुयायियों का अपमान कर रहे हैं जिसकी घोर निंदा करते हैं।
उन्होंने समाज के लोगों से अपने अपने घरों में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर कोरोना काल से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की प्रार्थना की।
उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि हम भारतीय किसान यूनियन का सम्मान करते हैं आज उनकी जो मांगे सरकार द्वारा नहीं मानी जा रही हैं वह वास्तविकता में जायज मांगों को ना मारना बड़ा ही निंदनीय प्रश्न है वह किसान यूनियन के साथ खड़े हैं परंतु आज के दिन को काला दिवस के रूप में उनके द्वारा घोषित किया जाना उसकी वह निंदा करते हैं।
इस अवसर पर संघ के जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश ठेकेदार, सौरव सिंह, डीपी सिंह, महेंद्र सिंह, प्रेम प्रकाश, रमेश, मंगल जाटव, देवेंद्र गौतम,विजयपाल, रतन सिंह, राजकुमार वर्मा, अभिषेक थे।
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