फेसबुक व इंस्टाग्राम पर युवती बनकर लोगों से ठगी करनें वालें एक भारतीय महिला सहित तीन विदेशी साइबर ठग गिरफ्तार
हापुड़। थाना साइबर क्राइम पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (फेसबुक व इंस्टाग्राम) पर लडकी/महिलाओं के काल्पनिक नामों से आईडी बनाकर भारत के लोगों से दोस्ती कर उनको अपने जाल में फंसाकर ऑनलाइन पैसे की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 2 विदेशी नागरिक (नाइजीरियन) व एक भारतीय महिला सहित 3 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से 04 मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी रसीदें व नगदी बरामद किया।
थाना साइबर क्राइम पुलिस ने थाना पिलखुवा थानें से सम्बन्धित थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्म (फेसबुक व इंस्टाग्राम) पर लडकी/महिलाओं के काल्पनिक नामों से आईडी बनाकर भारत के लोगों से दोस्ती कर उनको अपने बाल में फंसाकर ऑनलाइन पैसे की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए 02 विदेशी नागरिक
(नाइजीरियन) व एक भारतीय महिला सहित 03 साइबर ठगों
पीटर उर्फ डेविड मूल निवासी ग्राम Delta state ps Delta state city lagos नाइजीरिया हाल पता तिलकनगर नई दिल्ली
, माइकल डीनो अडेक्स मूल पता LGOUS Negiria हाल निवासी संतगढ थाना तिलकनगर नई दिल्ली व मसीं केथ पत्नी माइकल डीनो अडेक्स पुत्री मूल निवासी ग्राम KANDINYO STATION DIST. TSEMINYU, NAGALAND
को संतगढ दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि अभियुक्तगण भारत में घूमने आने के नाम पर खुद को आना दिखाकर फिर व्हाट्सएप पर कॉल करके स्वंय को दिल्ली हवाई अड्डे फ्लाइट से उतरने पर लाये गये गिफ्ट आई फोन व डॉलर आदि को कस्टम विभाग द्वारा पकडे जाना तथा कस्टम विभाग का अधिकारी बनकर यूएस डॉलर व आई फोन आदि की फीस जमा कराने के नाम ठगी पर करते थे।
पूछताछ का विवरण:-
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ करने पर बताया कि फेसबुक व इंस्टाग्राम पर लडकियों के काल्पनिक नामो से फर्जी अकाउंट बनाकर अपनी पहचान छुपाकर भारत के लोगो को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज देते हैं जो व्यक्ति हमारी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेता है फिर हम उसे मेसेंजर पर मेसेज कर दोस्ती कर लेते हैं, फिर हम लोग अपने आप को भारत में घूमने आना और उस व्यक्ति से भारत में आकर मिलना बताकर उसे विश्वास में ले लेते हैं व उस व्यक्ति को भारत में आने की तारीख बताकर पूर्ण विश्वास में ले लेते हैं उस व्यक्ति को जिस तारीख में भारत में घूमने आना बताते हैं उस तारीख में हम लोग विदेशी नम्बरों से उस व्यक्ति को मर्सी केथ से व्हाटसअप कॉल कराते हैं फिर उस व्यक्ति को मसीं केथ कहती है कि मैं दिल्ली हवाई अड्डे पर आ गयी हूँ आपके लिये यूएस डॉलर आई फोन आदि सामान गिफ्ट में लायी हूँ ये सामान एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने पकड लिया है कस्टम विभाग बाले इस सामान की फीस मांग रहे है और फोन को काट देते हैं। इसके तुरन्त बाद हम लोग कस्टम डिपार्टमेंट का कर्मचारी या अधिकारी बनकर उस व्यक्ति को कॉल करते हैं और उस व्यक्ति को कहा जाता है कि तुम्हारी दोस्त के पास से यूएस डॉलर मंहगा आई फोन आदि समाना मिला है जिसकी आपको करेंसी चेंज कराने व आई फोन की 10% फीस लगेगी और उस व्यक्ति से फीस लेने के बाद जब तक व्यक्ति हमारी बातो में फंसा रहता है तब तक हम लोग मनी एक्सचेंज आदि के नाम पर बार-बार पैसे लेते रहते हैं और विश्वास दिलाने के लिये कस्टम डिपार्टमेंट तिल्ली फर्जी कूटरचित रसीदें व्हाटस्अप पर भेज देते हैं।,फर्जी कूटरचित रसीदें व्हाटस्अप पर भेज देते हैं।