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बन्द घरों में चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश,तीन बदमाश गिरफ्तार,पांच लाख के सोनें चांदी के जेवरात व अन्य सामान बरामद

हापुड़ (अमित मुन्ना/अनूप)।

थाना पिलखुवा व एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम बन्द घरों में चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 3 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया । जिनके कब्जे से थाना पिलखुवा व हापुड नगर क्षेत्र में हुई चोरी की घटनाओं से सम्बन्धित पांच लाख की कीमत के सोनें चांदी के आभूषण, 13,000 रुपये नकदी, एक लोहे का बेल्चा व चाकू बरामद किए।

थाना पिलखुवा व एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम बन्द घरों में चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन शातिर बदमाशों नईम उर्फ सोनू निवासी मजीदपुरा, हापुड़ ,दीपक उर्फ छोटे निवासी अम्बेडकर नगर दुर्गा मंदिर के पास विजय नगर , गाजियाबाद व काला उर्फ मोहसिन उर्फ नदीम निवासी. आदर्श नगर पुरानी चुंगी के पास थाना हापुड को फरीदनगर रोड, पीपलाबंदपुर चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से थाना पिलखुवा व हापुर नगर क्षेत्र में हुई चोरी की घटनाओं से सम्बन्धित सोनें चांदी के आभूषण (कीमत करीब 4.5 लाख रुपये), 13,000/- रुपये नकदी, एक लोहे का बेल्चा व 02 अवैध चाकू बरामद हुए हैं।

पूछताछ का विवरण:

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ करने पर बताया कि हम दिन में बन्द मकानों में रैकी करते थे और रात्रि में मौका पाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। हमारे द्वारा जनपद हापुड में कई स्थानों पर चोरी की गयी है उक्त चोरियों से सम्बन्धित माल को हम आज सुनार (विकास वर्मा उर्फ पिन्टू) को बेचने जा रहे थे।

गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा जनपद हापुर के अलावा कई राज्यों जनपदों में जैसे मुम्बई, नागपुर, हैदराबाद, इन्दौर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ़, ग्वालियर, भोपाल, उन्नाव, कन्नौज आदि में भी चोरी की घटनाएं कारित करना बताया गया है।

सीओ अशोक कुमार ने बताया कि
गिरफ्तार बदमाश दिन में बन्द मकानों की रैकी करते थे और रात्रि में मौका पाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। गिरफ्तार बदमाश शातिर किस्म के अपराधी/चोर हैं, जिनके द्वारा जनपद हापुरा के अलावा कई राज्यों/जनपदों में जैसे मुम्बई, नागपुर, हैदराबाद, इन्दौर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ, ग्वालियर, भोपाल, उन्नाव, कन्नौज आदि में भी इस तरह की चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
चोरी किये गये आभूषणों को बाजार कीमत से कम दाम में बेचकर आर्थिक लाभ कमाते थे।

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