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छापेमारी करनें गए बिजली कर्मचारियों को ग्रामीणों ने बनाया बंधक
- थाना हाफिजपुर क्षेत्र के गांव महमूदपुर में विद्युत चोरी पकड़ने के लिए छापा मारने पहुंची थी टीम
- ग्रामीणों ने निगम के अधिकारियों पर बिजली चोरी के नाम पर अवैध वसूली का लगाया आरोप
- सूचना पर पहुंची हाफिजपुर पुलिस ने मामला कराया शांत, सहमति बनने पर वापस लौटी टीम
हापुड़ ।
विद्युत विभाग की टीम बुधवार की सुबह थाना हाफिजपुर क्षेत्र के गांव महमूदपुर में बिजली चोरी पकड़ने के लिए छापा मारने पहुंची। जहां ग्रामीणों ने जेई समेत आठ कर्मचारियों को पांच घंटे तक बंधक बनाए रखा। ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युत निगम के अधिकारी बिजली चोरी के नाम पर अवैध वसूली करते है, जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। सूचना पर हाफिजपुर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया।
विद्युत निगम पिलखुवा डिविजन के अवर अभियंता रविकांत गुप्ता अपनी आठ सदस्य टीम के साथ बुधवार की सुबह करीब चार बजे गांव महमूदपुर में बिजली चोरी पकड़ने पहुंची। ग्रामीणों ने टीम को पकड़कर बंधक बना लिया। करीब पांच घंटे तक ग्रामीणों ने किसान यूनियन के साथ जमकर हंगामा किया। इसकी सूचना निगम के एसडीओ थर्ड वीरेन्द्र गुप्ता को मिली। वह थाना हाफिजपुर पुलिस के साथ गांव पहुंचे। इसपर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा।
किसानों ने बिजली निगम पर अल सुबह उनके मकानों की छत पर चढ़कर घर के अंदर उतरने, बिजली चोरी के नाम पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि निगम बिजली चोरी पकड़ने के लिए आती है, लेकिन बिजली की जर्जर हाईटेंशन लाइन व जर्जर खंभों की सुध नहीं लेती है। इसपर एसडीएम रविकांत गुप्ता ने किसानों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन तब भी किसान अपनी बातों पर अड़े रहे। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। एसडीओ ने किसानों की समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया। तब जाकर निगम की टीम वापस लौटी।
एसडीओ रविकांत गुप्ता ने बताया कि निगम की टीम बिजली चोरी पकड़ने महमूदपुर पहुंची थी। बारिश होने की वजह से टीम एक मकान के छज्जे के नीचे खड़ी थी। तभी ग्रामीणों ने टीम को बंधक बना लिया।