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केन्द्रीय मंत्री रूपाला द्वारा “अब फल के समान है अंडा” के विरोध में आर्यसमाजियों ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञॉपन डिप्टी कलेक्टर को सौंपा,वैदिक संस्कृति के अपमान का आरोप


हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।
गढ़मुक्तेश्वर में 8 अक्टूबर को आयोजित एक कार्यक्रम में आपके मत्स्य पालन, पशु-पालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला कहा कि अब अंडा फल के समान शाकाहारी है, इसमें पौष्टिक तत्व होते हैं इन्हे को खिलाना चाहिए इसका समर्थन आपके दूसरे मंत्री संजीव बालियान ने भी किया के विरोध में सोमवार को आर्यसमाजियों ने प्रधानमंत्री को सबोधित एक ज्ञॉपन कलेक्ट्रेट में डिप्टी कलेक्ट्रेट को सौंपते हुए कार्यवाही की मांग की।

दिए ज्ञॉपन में कहा गया कि अंडे को शाकाहारी कहना इन दोनों मंत्रियों द्वारा वैदिक संस्कृति का अपमान करना है, हम करोड़ो हिन्दू अंडे को खाने का अत्यंत विरोध करते हैं क्योंकि अंडा शाकाहारी नहीं अपितु मांसाहारी है। वैदिक (हिन्दू) धर्म में मांसाहार करना पाप है। किसी भी जीव की हत्या महापाप है वह भी अपने भोजन के लिए पुरूषोत्तम रूपाला एवं संजीव बालियान ने हमारी शुद्ध धार्मिक भावनाओं के विरूद्ध अंडे को फल रूप में खाने के लिए कह कर महापाप किया है।
उन्होंने कहा कि दोनों मंत्री सार्वजनिक रूप से अपने अधार्मिक कथन के लिए माफी मांगे और आपकी मंत्री परिषद् से त्यागपत्र दें, न्याय की दृष्टि में आप उपरोक्त दोनों मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर करें ।
उन्होंने पीएम मोदी से मांग करते हुए कहा कि आप करोडों शाकाहारी हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान तथा भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए हमारी मांगों को पूर्ण करने के लिए तुरन्त ठोस निर्णय लेगें, जिससे कि पुनः ये या अन्य कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति ऐसे अनर्गल ब्यान देकर हम हिन्दुओं के धैर्य की परिक्षा न ले सके।
इस मौकें पर सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के कार्यकारिणी सदस्य आनंद प्रकाश आर्य,आर्य समाज हापुड़ के मंत्री अनुपम आर्य,मंत्राणी पुष्पा आर्य,बीना आर्या, चमन सिंह शिशौदिया, डॉ राधारमन आर्य,सुंदर लाल आर्य,पिलखुवा आर्य समाज से विजय कुमार आर्य,रविन्द्र उत्साही,सुंदर कुमार आर्य,विजयपाल सिंह आर्य,धर्मेंद्र शास्त्री आदि ने डिप्टी कलक्टर पंकज कुमार सक्सेना को प्रधनमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

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