एसएसवी कॉलेज में आयोजित हुई एक दिवसीय बेबीनार,छात्र-शिक्षकों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध-विजय गोयल,सुरेश संपादक
हापुड़(अमित अग्रवाल मुन्ना)।
एस0एस0वी0 काॅलिज, हापुड के बी0एड0 विभाग द्वारा आयोजित एकदिवसीय वेबीनार शीर्षक Re-Imagining Higher Education in a Post Pandemic World का आयोजन किया गया ।
मुख्य अतिथि प्रो0 बी0आर0 कुकरेती, पूर्व विभागाध्यक्ष व डीन, शिक्षा संकाय, बरेली विश्वविद्यालय द्वारा कहा गया कि इस कोविड-19 के समय में केन्द्र व राज्य सरकारों को ये प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए कि वो आगे चलकर सभी शिक्षण संस्थानों को ब्राॅडबैन्ड सेवा और आनलाईन शिक्षा के लिये उचित यंत्र उपलब्ध करायेंगे। आज आॅनलाईन शिक्षा को आपातकालीन रिमोट टीचिंग कहा जा रहा है। यदि आई0सी0टी0 का प्रयोग शिक्षा जगत में नहीं कर पा रहे होते तो उच्च शिक्षा की पुनः कल्पना करना सम्भव नहीं हो पाता।
रिसोर्स पर्सन डाॅ0 जे0एस0 भारद्वाज भूतपूर्व विभागाध्यक्ष शिक्षा संकाय व डीन, चै0 चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा कहा कि इस महामारी के समय में बहुत सी चुनौतियां हैं जैसे आॅनलाईन शिक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं को किस प्रकार पे्ररित किया जाये क्योंकि इस लाॅकडाउन के समय में छात्र-छात्राऐं मानसिक तनाव में आ सकते है। मानसिक अवसाद की इस अवस्था से छात्रों को बचाने के लिये मनावैज्ञनिकों को उनका मार्गदर्शन करना चाहिए। जो छात्र अभी उच्च शिक्षा के विशेषकर तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा के अंतिम वर्ष में हैं उनका प्लेसमेन्ट इसी समय में होता था। वह आज अधर में जाता दिख रहा है। अतः सरकार, संस्थान, समाज, स्वयं छात्रों को समस्याओं को दूर करने के लिए मिलजुलकर प्रयास करना होगा।
रिसोर्स पर्सन डाॅ0 विकास शर्मा डी0लिट0, विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग, चै0 चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा कहा गया कि शिक्षा आर्थिक विकास का एक मात्र साधन है। शिक्षको के एक बडे वर्ग को डिजीटल माध्यमों के नवाचारी उपयोगो में खुद को दक्ष बनाना होगा। तभी हमारी छिन्न भिन्न हुयी अर्थव्यवस्था को स्थिर किया जा सकता है। सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 में देशभर के संस्थानों एवं तकनीकी काॅलिजो में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य रखा है जिसके लिये काॅलिजों को नवीनतम प्रौद्योगिकी अपनानी होगी।
महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के प्रधान विजय कुमार गोयल द्वारा ज्वलन्त विषय पर वेबीनार रखने के लिए आयोजको को धन्यवाद किया गया तथा आश्वस्त किया गया कि प्रबन्ध समिति इस महामारी के समय में आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए हर संभव तरीके से प्रयासरत रहेगी।
महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के उपप्रधान प्रभात कुमार अग्रवाल द्वारा कहा गया कि शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं को नवीन तकनीकों का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि शिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाया जा सकें।
महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के मंत्री सुरेश चन्द्र सम्पादक द्वारा कहा गया कि महाविद्यालय में प्रबन्ध समिति द्वारा छात्रों व शिक्षको के लिये कक्षा शिक्षण के संसाधनों में वर्चुअल क्लासरूम, भाषा कक्ष तथा वाईफाई की सुविधा प्रदान की गयी है। भविष्य में भी प्रबन्ध समिति अपना सहयोग देती रहेगी।
बी0एड0 विभागाध्यक्ष डाॅ0 सुधीर कुमार द्वारा सभी विद्वानों, प्रबन्ध समिति पदाधिकारियों व वेबीनार में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया गया।
कार्यक्रम का संचालन व आयोजन बी0एड0 विभाग की असिस्टेन्ट प्रोफेसर डाॅ0 वन्दना वशिष्ठ द्वारा किया गया।
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