एक सितम्बर से खुलनें वालें प्राइमरी स्कलों में बरते सावधानी, अभिभावकों से ल़े सहमति पत्र-डीएम
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की बैठक
हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह, मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की बैठक कर रहे थे।
. बैठक में जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि 1 सितंबर 2021 से जनपद के सभी स्कूल खुलेंगे इसलिए विद्यालयों में सभी जरूरी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं और अभिभावकों से सहमति पत्र भी लिया जाएगा। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से कहा कि जनपद के जिन – जिन स्कूलों में निर्माण कार्य चल रहे हैं उनमें प्रगति लाई जाए। शासकीय कार्यों में उदासीनता दिखाने पर डी सी निर्माण व डी सी कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय को चेतावनी जारी करने हेतु संबंधित को निर्देशित किया।
. बैठक में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद के 107 जर्जर भवनों में से 63 विद्यालयों का समिति द्वारा निरीक्षण कर लिया गया है और 53 जर्जर स्कूल धुवस्त करने योग्य पाए गए हैं इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि विधिवत कार्यवाही करते हुए उन स्कूलों का धुरुस्तीकरण कराया जाए। जनपद के सभी विद्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित कराएं। स्कूलों के लंबित विद्युत बिल भुगतान के संबंध में जिला अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि इस संबंध में शासन को पत्र भेजें और बच्चों को अभियान चलाकर स्कूल आने के लिए प्रेरित किया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने भी बैठक में निर्देशित किया कि कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करें। बच्चों को मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग कराएं जिन स्कूलों में जलभराव है तो जल की निकासी कराई जाए। बच्चों की आपस में दूरी बनाने हेतु गोले बनवा दे।
उन्होंने कहा कि कोई भी बच्चा कोविड-19 पॉजिटिव पाया जाता है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराएं सभी शिक्षक व शिक्षिकाएं टीका कृत होने चाहिए। जिला अधिकारी ने निर्देश दिए कि टीकाकरण न कराए जाने वाले शिक्षकों का वेतन रोक दिया जाए।
रसोइयों का ग्रुप बनवा लें उनका कैंप लगाकर टीकाकरण करा दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से बच्चों की पाठक पुस्तकें, यूनिफार्म इत्यादि की भी जानकारी प्राप्त की।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सभी खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि घुमंतू परिवार के बच्चों को चिन्हित कर उनको प्राथमिक शिक्षा प्रदान कराएं इनके बालिकाओं को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में व नवोदय विद्यालयों में शिक्षा हेतु प्रवेश दिलाएं और दिव्यांग, मुखबधिर बच्चों को विशेष प्रयास कर इन्हें शिक्षा में सहयोग प्रदान करें।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने कन्या सुमंगला योजना की प्रगति की जानकारी ली उन्होंने कहा कि कन्या सुमंगला योजना के आवेदनों को फीड करने में प्रगति लाई जाए।
बैठक में जिला विकास अधिकारी संजय कुमार , डाइट प्राचार्य दिनेश सिंह , जिला विद्यालय निरीक्षक निशा अस्थाना, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुमन गौतम, सभी खंड शिक्षा अधिकारी व जिला समन्वयक उपस्थित रहे।
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