अंगीठी जलाकर सोने पर एक ही परिवार के चार लोगों की हालत बिगड़ गई एंबुलेंस बुलाकर घायल अवस्था में परिवार के चारों सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया
अंगीठी जलाकर सोने पर एक ही परिवार के चार लोगों की हालत बिगड़ गई एंबुलेंस बुलाकर घायल अवस्था में परिवार के चारों सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया
गाजियाबाद
अंगीठी जलाकर सोने पर एक ही परिवार के चार लोगों की हालत बिगड़ गई है। कनावनी में मजदूरी करने वाले मनीष बृहस्पतिवार देर रात को शीतलहर के चलते अंगीठी पर ताप रहे थे। नींद आने पर पूरा परिवार जलती अंगीठी छोड़कर सो गया।
पूरा परिवार मिला बेहोश
सुबह सीमा ने जाकर देखा तो पूरा परिवार बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था। तुरंत एंबुलेंस बुलाकर घायल अवस्था में परिवार के चारों सदस्यों को संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया। इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डाक्टर योगेंद्र कुमार ने बताया कि 45 वर्षीय असमानी की हालत गंभीर है।
सांस लेने में भारी परेशानी
धुआं के चलते सांस लेने में भारी परेशानी होने लगी। आक्सीजन स्तर गिरने लगा। आक्सीजन देने के बाद भी सुधार नहीं हुआ तो बेहतर इलाज के लिए असमानी को जीटीबी दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया है। इसके अलावा मनीष व उसके 11 वर्षीय बेटे कृष्ण और आट वर्षीय बेटी दीपाली की हालत नियंत्रण में है।
तीनों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। चिकित्सक की सलाह है कि शीत लहर से बचाव के लिए अलाव खुले स्थान में जलाना चाहिए। घर में जलाएं लेकिन सोने से पहले उसे जरूर बुझाना चाहिए। आग जलने से धुआं बरकरार रहता है। इससे सांस लेने में परेशानी होती है। दम घुटने से जान को खतरा रहता है।