महिलाओं के सशक्तिकरण का सबसे सशक्त माध्यम है एनआरएलएम: श्रुति सिंह

महिलाओं के सशक्तिकरण का सबसे सशक्त माध्यम है एनआरएलएम: श्रुति सिंह

हापुड़

हापुड़: राष्ट्रीय ग्राम आजीविका मिशन महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण का सबसे सशक्त माध्यम है। इससे इनसे जुड़े समूहों की महिलाओं और उनके परिवार में खुशहाली आ सकती है। समूहों के संगठनों को मजबूत बनाकर सामाजिक और राजनीतिक ताकत भी बनाया जा सकता है। यह उद्गार खंड विकास अधिकारी श्रुति सिंह ने व्यक्त किए। समूहों की गतिविधियों पर उन्होंने गहनता से प्रकाश डाला और मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया। ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत हापुड़ विकास खंड में ग्राम प्रधान व स्वयं सहायता समूहों के दो दिवसीय प्रशिक्षण के समापन अवसर पर बोल रही थीं। इस अवसर पर प्रमुख प्रशिक्षक पिंकी शर्मा, ज्योति शर्मा, कविता शर्मा और अमित सिंह तोमर ने पंचायती राज विभाग और समूहों के बारे में गहन जानकारी दी। ग्राम सभा, ग्राम पंचायत और ग्राम पंचायत की 6 समितियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कविता शर्मा 5 साल ग्राम प्रधान भी रह चुकी हैं। उन्होंने पंचायतों के लिए अपने व्यवहारिक अनुभव भी दिए। इस अवसर पर प्रमुख प्रशिक्षक अमित तोमर ने कहा कि ग्राम प्रधान अपनी पंचायत की प्रभावी ग्राम निर्धनता न्यूनीकरण योजना बनाएं। इससे ग्राम पंचायतों को निर्धनता के अभिशाप से मुक्ति मिलेगी। ग्राम पंचायत में सभी लोग खुशहाल होंगे। पिंकी शर्मा ने सतत विकास के नौ थीमो पर ग्राम पंचायतों को संतृप्त करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के जिला समन्वयक गोपाल राय, डीपीआरसी के उप प्रधाना चार्य व राष्ट्रीय युवा पुरस्कार अवार्ड से पुरस्कृत हरकीरत सिंह, वरिष्ठ सचिव मुकेश शर्मा और आकाशदीप मौजूद रहे

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