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आपको भी सर्दियों में होती है सांस लेने में दिक्कत, तो जानें क्या हैं इसके कारण और उपचार

आपको भी सर्दियों में होती है सांस लेने में दिक्कत, तो जानें क्या हैं इसके कारण और उपचार

लाइफस्टाइल 

सर्दियों का मौसम यानी अनेक तरह की बीमारियों का मौसम। इसमें सर्दी-जुकाम से लेकर ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट अटैक तक शामिल है। ऐसे में खुद के लिए किसी भी तरह की लापरवाही घातक सिद्ध हो सकती है। इस मौसम में कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ भी होती है।

अगर आपको भी इस मौसम में सांस लेने में दिक्कत आती है, तो उसका कारण सर्द हवाएं हो सकती हैं, जिनके चलने से हमारे सांस लेने की नली में स्थित तरल पदार्थ की एक लेयर बहुत ही जल्दी खत्म होने लगती ,है जिसकी वजह से हमारा गला सूखने लगता है। इसके साथ ही सर्दियों में बलगम का उत्पादन भी बहुत तेजी से होता है, जो कि गले की सुरक्षा प्रदान करने वाली होती है। आइए जानते हैं इस मौसम में सांस लेने में दिक्कत होने कारण और इनके इलाज के बारे में –

सांस लेने में दिक्कत होने का कारण

  • ठंडी चलती हवाओ से सांस की नली का सिकुड़ना, जिससे सांस लेने में कठिनाई होने लगती है।
  • कफ या बलगम का अधिक मात्रा में बनना और फिर धीरे-धीरे इनका गाढ़ा होकर लंग्स में जमा होना।

सांस लेने में तकलीफ होने पर ऐसे करें इलाज

अपने पहनावे का ध्यान रखें

सर्दियों के मौसम में अपने पहनावे पर जरूर ध्यान रखें, क्योंकि सर्द चलती हवाएं शरीर के तापमान में गिरावट करता है। उदाहरण के लिए सर्दियों में बाहर निकलने वाले हों तो फुल स्लीव केवुलेन कपड़े पहनें। साथ ही मोजे और दस्ताने भी पहनें। अपने शरीर का तापमान नॉर्मल बनाए रखें।

पर्यावरणीय ट्रिगर के आलावा अन्य ट्रिगर से भी बचे

पर्यावरण तो अपना प्रभाव हमारे शरीर पर बनाता ही है। साथ ही कुछ अन्य कारक भी हैं, जो हमें हमारी लाइफस्टाइल में ट्रिगर करते हैं- जैसे हमें धूम्रपान से बचना चाहिए, डस्ट एलर्जी से बचना चाहिए, एरोसोल युक्त उत्पाद से बचना चाहिए। इसके आलावा धूल, मोल्ड, फंगस, कीटनाशक आदि से भी दूरी बनाएं।

स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं

स्वस्थ जिन्दगी जीने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना ही खुद के साथ-साथ परिवार के लिए भी लाभप्रद होता है।

  • प्रतिदिन स्वस्थ आहार का सेवन करें। घर का बना खाना खाएं।
  • प्रतिदिन योग, एक्सरसाइज और व्यायाम जरूर करें।
  • किसी भी तरह के रेस्पिरेटरी संबंधित संक्रमण से बचें।
  • स्ट्रेस बिलकुल न लें।

जरूरत लगे तो तुरंत चिकित्सक से मिलें

किसी भी तरह की सांस से जुड़ी परेशानी बढ़ने लगे, तो बेहतर है कि आप किसी पल्मोनोलॉजिस्ट या एक्सपर्ट से सलाह लें।

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