जनपद में मांस पदार्थ व फिश की बिक्री बिना लाइसेंस के न होने पाए – जिलाधिकारी
जनपद में मांस पदार्थ व फिश की बिक्री बिना लाइसेंस के न होने पाए – जिलाधिकारी
हापुड़
हापुड़ । जिलाधिकारी प्रेरणा शर्मा ने जनपद स्तर पर गठित जिला खाद्य सुरक्षा एवं औषधि सतर्कता समिति की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में की।
जिलाधिकारी ने कहा कि खाद्य सुरक्षा जनहित से जुड़ा मामला है अतः इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए साथ ही समय-समय पर औचक निरीक्षण के द्वारा खाद्य तथा औषधी दुकानों की जांच किया जाये। उन्होंने कहा कि सभी खाद्य पदार्थ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की नियमावली 2011 के प्रावधानों के अंतर्गत ही बिक्री होनी चाहिए जिससे आम जनमानस को सुरक्षित एवं स्वास्थ्य अनुकूल खाद्य एवं पेय पदार्थ की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। इसके लिए उन्होने केवल जांच या निरीक्षण पर ही निर्भर न होकर खाद्य कारोबारी को खाद्य एवं सुरक्षा एक्ट एवं उसकी उपयोगिता के बारे में भी कैंप लगाकर जागरूक करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि जनपद में मांस पदार्थ की बिक्री बिना लाइसेंस के न होने पाए जनपद में मांस पदार्थों के बिक्री के लाइसेंस के बारे में जानकारी करने पर जिला खाद्य एवं अभिहित अधिकारी ने बताया कि चिकन तथा फिश की बिक्री हेतु लाइसेंस की तो आवश्यकता होती है परंतु एनओसी की आवश्यकता नहीं होती। जिलाधिकारी ने लाइसेंस की जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए साथ ही हिदायत देते हुए कहा कि जांच के नाम पर किसी कारोबारी का शोषण न होने पाए जिनके लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हुए हैं उन्हें पहले नोटिस या चेतावनी देकर लाइसेंस नवीनीकरण के अवसर दिए जाएं तत्पश्चात लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाए। जिलाधिकारी ने मंडी समिति से मंडी अढ़तियों तथा विक्रेताओं के लाइसेंस बनाने के लिए कैंप लगाने के निर्देश दिए।
जिला खाद्य एवं अभिहित अधिकारी ने बताया कि मौके पर ही खाद्य पदार्थो की जांच कर रिपोर्ट देने के लिए प्रत्येक माह मेरठ से फूड सेफ्टी ऑन व्हील जनपद में आती है इस पर जिलाधिकारी ने खाद्य जांच की गाड़ी के आगमन तथा जांच कार्यवाही का प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि खाद्य कारोबारी द्वारा कभी भी री यूज्ड कुकिंग आयल प्रयोग में ना लाया जाए। इससे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है अतः इसे रोकने के लिए समय-समय पर जांच की जाए पकड़े जाने पर कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होनें कहा की खाद्य सुरक्षा जनहित से जुड़ा मामला है अतः इसमें किसी भी प्रकार की हीला हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी उन्होंने खाद्य जांच की टीमों को और अधिक सक्रिय करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान अपर जिला अधिकारी वित्त/राजस्व संदीप कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील त्यागी, जिला पंचायत राज अधिकारी, उपयुक्त उद्योग सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे