बिना वजन और मोटापा बढ़ाए करनी है फूड ब्लॉगिंग, तो इन टिप्स को करे फॉलो
बिना वजन और मोटापा बढ़ाए करनी है फूड ब्लॉगिंग, तो इन टिप्स को करे फॉलो
लाइफस्टाइ
यहां तो लोगों का नॉर्मल खाना खाने से ही मोटापा और वजन बढ़ने लगता है, तो सोचिए फूड ब्लॉगर्स की क्या हालत होती होगी। फूड ब्लॉगर्स का काम ही होता है तरह-तरह की डिशेज़ की चखकर उसका रिव्यू देना। उसके बारे में अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करना और अगर आप फूड ब्लॉगिंग करते हुए मशहूर हो गए, तो होटल और रेस्टोरेंट वाले इन्हें अपने यहां रिव्यू के लिए इन्वाइट भी करते हैं। तरह- तरह के लजीज़ जायकों को चखने में आनंद तो आता है, लेकिन हर हफ्ते या लगभग रोजाना ऐसा खानपान आपकी सेहत को भी प्रभावित कर सकता है। सबसे बड़ा खतरा जो होता है वो है वजन और मोटापा बढ़ने का। अगर आप चाहते हैं फूड ब्लॉगिंग करते हुए भी फिट रहना, तो इसके लिए इन टिप्स को करें फॉलो।
सोच-समझकर खाएं
प्रेशर या शौक के चक्कर में किसी भी ऐसे फूड का रिव्यू न करें, जो हेल्थ के लिए अच्छे नहीं हैं। इसे खाने से आप अपनी सेहत के साथ तो खिलवाड़ करेंगे ही साथ ही दूसरों के भी साथ। हेल्दी और बैलेंस डाइट को खाएं और प्रमोट करें।
वॉक से रहें फिट
रोजाना या हफ्ते में एक-दो बार जितनी बार भी आप रिव्यू करने जाते हैं, उस हिसाब से आपको एक्सरसाइज भी करनी चाहिए। शूट करने और एडिटिंग में ज्यादा वक्त निकल जाता है और वर्कआउट के लिए टाइम नहीं मिल पाता, तो सिर्फ थोड़ी देर वॉक ही कर लें। पैदल चलना सबसे आसान और असरदार एक्सरसाइज है।
लेट नाइट खाना अवॉयड करें
रात को देर से खाना सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता। इसलिए जितना हो सके रात 8 बजे से पहले अपने खाने का कार्यक्रम निपटा लें। दरअसल रात को हमारा मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है, ऐसे में देर से खाना या बहुत ज्यादा खाना तेजी से वजन बढ़ाने में योगदान देता है।
शेयर करें
एक अच्छा ऑप्शन ये भी हो सकता है कि आप ब्लॉगिंग के दौरान किसी दोस्त या फैमिली मेंबर को साथ ले जाएं और शेयर करके खाएं। उससे भी अच्छा होगा कि आप खाने को गरीबों या जरूरतमंदों के साथ बांटें। कई बार डिश का पोर्शन बहुत ज्यादा होता है और ओवरईटिंग करने से पेट तो खराब होता ही है साथ ही मोटापा भी बढ़ता है।
ब्रेक लेते रहें
लगातार बैठकर काम करना बिल्कुल ही सही नहीं होता है। इससे मोटापा बढ़ने के साथ ही हार्ट की समस्याएं भी हो सकती हैं। इससे बचे रहने के लिए काम के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लें। पीठ, हाथ, पैरों, नेक और आंखों की हल्की-फुल्की एक्सरसाइज कर लें।