हापुड़ रोड पर दो एक्सप्रेसवे और एक हाईवे मिलने से शहरवासियों को बड़ी सौगात मिली है। शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण हापुड़ रोड से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले चार लेन के कनेक्टर का टेंडर परिवहन मंत्रालय के आदेश पर एनएचएआई ने वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। अमर उजाला ने 24 दिसंबर 2020 के अंक में ‘हापुड़ रोड से जुड़ेगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इस पर भी मुहर लग गई।
हापुड़ रोड पर लोहियानगर मंडी से आठ किमी आगे शकरपुर से शुरू होने वाले इस पांचवें चरण को दो वर्ष में पूरा करना है। इसके लिए 524.96 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। टेंडर के लिए लगाए जाने वाली बोलियों को 28 अप्रैल को खोला जाएगा। अगले कुछ दिनों में परतापुर से शुरू किए गए एक्सप्रेसवे के चौथे चरण को खोल दिया जाएगा।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के किलोमीटर संख्या 50 यानी जैनुद्दीनपुर (मोदीनगर) से हापुड़ रोड के शकरपुर तक पांचवें चरण को बनाया जाएगा। 14.600 किलोमीटर के इस चरण में सौ प्रतिशत जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है।
एक्सप्रेसवे पर एक नजर
कुल किलोमीटर – 82 (चार चरणों में)
पहला चरण – हजरत निजामुद्दीन से यूपी गेट – 8 किमी
दूसरा चरण – यूपी गेट से डासना- 20 किमी
तीसरा चरण – डासना से हापुड़ – 22 किमी
चौथा चरण – डासना से मेरठ- 32 किमी
पांचवां चरण – एक्सप्रेसवे के 50 किलोमीटर संख्या से हापुड़ रोड के शकरपुर तक – 14.6 किमी
जिस स्थान से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का कनेक्टर शुरू किया जा रहा है। पहले उस स्थान से गंगा एक्सप्रेसवे को शुरू किया जाना था, लेकिन बाद में इसे बिजौली गांव से शुरू किया गया। हापुड़ रोड पर ही मेरठ-बुलंदशहर हाईवे के किलोमीटर 15 यानि बिजौली गांव से गंगा एक्सप्रेसवे शुरू किया जाएगा। इससे प्रयागराज से मेरठ आने वाले वाहन अगर उन्हें दिल्ली जाना होगा तो वह इसी कनेक्टर के माध्यम से सीधे दिल्ली चले जाएंगे। गंगा एक्सप्रेसवे के लिए तेजी से भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी है। जिले में गंगा एक्सप्रेसवे के लिए अभी तक 20 से अधिक बैनामे हो चुके हैं।
प्रयास रंग लाया है। मैं लगातार केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलता रहा। इसके लिए उन्हें भी धन्यवाद। उन्होंने मेरठ के लिए बहुत कुछ कर दिया है। बिना इस चरण के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे अधूरा रहता। इस चरण के बन जाने से शहर के लोगों को अब परतापुर जाना नहीं पड़ेगा। – राजेंद्र अग्रवाल, सांसद
हापुड़ रोड पर दो एक्सप्रेसवे और एक हाईवे मिलने से शहरवासियों को बड़ी सौगात मिली है। शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण हापुड़ रोड से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले चार लेन के कनेक्टर का टेंडर परिवहन मंत्रालय के आदेश पर एनएचएआई ने वेबसाइट पर अपलोड कर दिया। अमर उजाला ने 24 दिसंबर 2020 के अंक में ‘हापुड़ रोड से जुड़ेगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इस पर भी मुहर लग गई।
हापुड़ रोड पर लोहियानगर मंडी से आठ किमी आगे शकरपुर से शुरू होने वाले इस पांचवें चरण को दो वर्ष में पूरा करना है। इसके लिए 524.96 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। टेंडर के लिए लगाए जाने वाली बोलियों को 28 अप्रैल को खोला जाएगा। अगले कुछ दिनों में परतापुर से शुरू किए गए एक्सप्रेसवे के चौथे चरण को खोल दिया जाएगा।
ये है पांचवें चरण का प्लान…
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के किलोमीटर संख्या 50 यानी जैनुद्दीनपुर (मोदीनगर) से हापुड़ रोड के शकरपुर तक पांचवें चरण को बनाया जाएगा। 14.600 किलोमीटर के इस चरण में सौ प्रतिशत जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है।
एक्सप्रेसवे पर एक नजर
कुल किलोमीटर – 82 (चार चरणों में)
पहला चरण – हजरत निजामुद्दीन से यूपी गेट – 8 किमी
दूसरा चरण – यूपी गेट से डासना- 20 किमी
तीसरा चरण – डासना से हापुड़ – 22 किमी
चौथा चरण – डासना से मेरठ- 32 किमी
पांचवां चरण – एक्सप्रेसवे के 50 किलोमीटर संख्या से हापुड़ रोड के शकरपुर तक – 14.6 किमी
बिजौली से शुरू होगा गंगा एक्सप्रेसवे…
जिस स्थान से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का कनेक्टर शुरू किया जा रहा है। पहले उस स्थान से गंगा एक्सप्रेसवे को शुरू किया जाना था, लेकिन बाद में इसे बिजौली गांव से शुरू किया गया। हापुड़ रोड पर ही मेरठ-बुलंदशहर हाईवे के किलोमीटर 15 यानि बिजौली गांव से गंगा एक्सप्रेसवे शुरू किया जाएगा। इससे प्रयागराज से मेरठ आने वाले वाहन अगर उन्हें दिल्ली जाना होगा तो वह इसी कनेक्टर के माध्यम से सीधे दिल्ली चले जाएंगे। गंगा एक्सप्रेसवे के लिए तेजी से भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी है। जिले में गंगा एक्सप्रेसवे के लिए अभी तक 20 से अधिक बैनामे हो चुके हैं।
प्रयास रंग लाया…
प्रयास रंग लाया है। मैं लगातार केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिलता रहा। इसके लिए उन्हें भी धन्यवाद। उन्होंने मेरठ के लिए बहुत कुछ कर दिया है। बिना इस चरण के दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे अधूरा रहता। इस चरण के बन जाने से शहर के लोगों को अब परतापुर जाना नहीं पड़ेगा। – राजेंद्र अग्रवाल, सांसद
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