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डायबिटीज, हाई बीपी और दिल के मरीजों को कौन-सा योगासन करना चाहिए, जानें

डायबिटीज, हाई बीपी और दिल के रोग ऐसी आम समस्याएं हैं, जिनकी गिरफ्त में वयस्कों का एक बहुत बड़ा हिस्सा है. इन तीनों शारीरिक समस्याओं को नियंत्रित ना करने पर गंभीर परिणाम देखने को भी मिल सकते हैं और कई मामलों में मृत्यु का खतरा भी हो सकता है. मगर आप योग की मदद से इस खतरे को दूर कर सकते हैं और एक स्वस्थ जिंदगी जी सकते हैं. योगा के माध्यम से कई शारीरिक व मानसिक समस्याओं से राहत पाई जा सकती है. आइए जानते हैं कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप और दिल के रोगों से लड़ने के लिए कौन-से योगासन मदद कर सकते हैं.

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मधुमेह, हाई बीपी और दिल के रोगियों के लिए जरूरी योगासन
दरअसल, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और दिल के रोग यह तीनों समस्याएं जीवनशैली से जुड़ी हुई हैं. अगर आप अपनी लाइफस्टाइल को सुधार लेंगे, तो इन समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है. आप सभी जानते हैं कि जीवनशैली को सुधारने और उसमें गड़बड़ी के कारण विकसित हुई समस्याओं को योगासनों की मदद से दूर किया जा सकता है.

डायबिटीज के लिए योगासन- मयूरासन
मयूरासन योग का अभ्यास शरीर में हाई ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित कर सकता है. क्योंकि इस योगासन को करने से पैंक्रियाज, लिवर और किडनी की कार्यक्षमता बढ़ती है. हालांकि, यह मुश्किल योगासन है, जिसके नियमित अभ्यास से ही इसमें परफेक्शन प्राप्त की जा सकती है. इसे करने के लिए सबसे पहले अपने घुटनों के बल जमीन पर बैठ जाएं और घुटनों के बीच थोड़ा गैप रखें. अब अपने दोनों हाथों को दोनों घुटनों के बीच में इस तरह जमीन पर टिकाएं कि हाथों की उंगलियां आपकी तरफ हों. अब अपने माथे को आगे की तरफ जमीन पर टिकाएं और अपने पेट को कोहनियों पर टिकाकर शरीर को जमीन के समानांतर लाने की कोशिश करें.

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हाई बीपी के लिए योगासन- सेतुबंधासन
तनाव व अस्वस्थ जीवनशैली के कारण हाई बीपी की समस्या हो सकती है. इस समस्या को साइलेंट किलर भी कहा जाता है. जब शरीर में रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है, तो उसे हाई बीपी की समस्या कहा जाता है. इस समस्या के लिए सेतुबंधासन योगा काफी लाभदायक है. इस योगासन को करने के लिए जमीन पर कमर के बल लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को कमर की साइड में रखें. अब घुटनों को मोड़कर एड़ियों को कूल्हों के पास लाएं. इसके बाद अपने दोनों हाथों से टखनों के पास से पैर पकड़ें और सांस भरते हुए कूल्हों को जितना हो सके ऊपर की तरफ उठाएं. इसी स्थिति में कुछ देर रहें.

दिल की बीमारी के लिए योगासन- अर्धमत्स्येन्द्रासन
यह योगासन भी शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और नर्वस सिस्टम की कार्यक्षमता बढ़ाता है. जिससे दिल का स्वास्थ्य मजबूत बनता है और दिल के रोगों से राहत मिलती है. अर्धमत्स्येन्द्रासन करने के लिए पैरों को आगे की तरफ फैलाकर कमर सीधी करके बैठ जाएं. अब अपने बाएं पैर को दाएं पैर के नीचे मोड़ते हुए बायीं एड़ी को दाएं कूल्हे के बाहर की तरफ रखें. इसके बाद अपना दायां घुटना ऊपर आसमान की तरफ रखें. अब अपनी दायीं हथेली को दाएं कूल्हे के पीछे जमीन पर टिकाएं और गर्दन, कमर को पूरी तरह दाएं कंधे की तरफ घुमा लें. अब अपने बाएं हाथ के ऊपरी हिस्से को दाएं घुटने के बाहर से ले जाते हुए बाएं पैर को पकड़ें. अब इसी स्थिति में कुछ देर रहें और फिर दूसरी तरफ से भी यह प्रक्रिया दोहराएं.

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है और योगासनों का अभ्यास शुरुआत में किसी विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें.

डायबिटीज, हाई बीपी और दिल के मरीजों को कौन-सा योगासन करना चाहिए, जानें

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