नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने किया पुष्पावती घाट दौरा,आरती कक्ष के निर्माण के निर्देश
हापुड़(अमित मुन्ना/अनूप)।
गढ़मुक्तेश्वर तहसील के पुष्पावती पूठ घाट पर आज नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने संबंधित विभागों के विकास कार्यों का हालचाल जाना वह धीमी गति से हो रहे कार्यों को गति प्रदान करने के आदेश दिए सब से पहले सड़क की प्रगति के विषय में सहायक अधिशासी अभियंता उधम सिंह ने बताया कि वैट कुटी बहादुरगढ़ पूठ मार्ग पर सीसी रोड का कार्य समाप्त हो चुका है नालों के निर्माण का कार्य चल रहा है जो 15 जुलाई तक समाप्त हो जाएगा। साथ ही सीसी रोड के अलावा जो रोड डामर से बननी है उस पर भराव का कार्य शुरू होने वाला है। उपाध्यक्ष कुमार ने कार्य की गति को और बढ़ाने के दिशा निर्देश दिए ।
इसके पश्चात आलमनगर के तालाब के सुंदरीकरण को लेकर हो रही देरी पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए राजीव कुमार जी ने कहा कि यह कार्य बहुत ही आवश्यक है।
एसडीएम विजय वर्धन तोमर ने कार्य की गति देने के लिए और अधिक प्रयास करने की बात कही ।आलमनगर एवं पूठ में बन रहे दो सामुदायिक शौचालय के निर्माण को लेकर प्रगति जानी ।
पुष्पावती पूठ घाट के निर्माण में हो रही देरी पर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए उपाध्यक्ष राजीव ने एनएमसीजी,कार्यदाई संस्था ए आई एल तथा सिंचाई विभाग के समस्त अधिकारियों से इस विषय में विस्तार से चर्चा की तथा किस कारण से कार्य में देरी हो रही है यह भी जाना साथ ही शीघ्रतम कार्य को प्रारंभ करने के आदेश दिए।
ए आई एल के अधिकारी शशांक कौशिक ने बताया कि हम जुलाई के प्रथम सप्ताह में उद्घाटन का कार्यक्रम रख रहे हैं जिसका विस्तृत कार्यक्रम शीघ्र ही जारी हो जाएगा तत्पश्चात टीम ने गंगा घाट पर पहुंचकर सारी स्थिति को देखा जाना और समझा मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह जी ने दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि घाट के निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए हेवी फ्लो को रोका जाए तथा घाट सुंदर होने के साथ-साथ ही मजबूत हो। घाट निर्माण से यहां के लोगों को रोजगार देने में सहायक हो।
लोक भारती के प्रांत संयोजक भारत भूषण गर्ग ने गंगा आरती के लिए एक कक्ष बनाने की मांग की जिस को स्वीकार करते हुए ए आई एल के अधिकारी शशांक कौशिक ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान की तथा कहा कि जहां बताया गया है वहां पर आरती कक्ष का निर्माण कर दिया जाएगा इस अवसर पर मूलचंद आर्य गोपाल दत्त जी महेश केवट कांति केवट आदि उपस्थित रहे।