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पुरुषों की सेहत के लिए कमाल की फायदेमंद हैं ये चीजें, इस बात का जरूर रखें खास ख्याल

हर व्यक्ति स्वस्थ रहना चाहता है लेकिन आजकल स्वस्थ होने का मतलब अच्छी बॉडी को ही मान लिया गया है. जबकि इंसान के शरीर में स्वस्थ शुक्राणुओं (Sperm) का होना बेहद जरूरी है. तनाव और गलत खान-पान और आदतों का हमारे शुक्राणुओं पर बुरा असर पड़ रहा है. जिसके चलते वैवाहिक जीवन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. तो आइए जानते हैं कि शुक्राणुओं की सेहत सुधारने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं-

किस उम्र तक होता है प्रोडक्शन?
बता दें कि एक पुरुष के शरीर में शुक्राणुओं का उत्पादन लगभग जीवनभर चलता है लेकिन उम्र बढ़ने के साथ ही उनकी गतिशीलता कम होती जाती है. जिससे पुरुष की निषेचन क्षमता प्रभावित होती है. विज्ञान कहता है कि पुरुषों में हर साल 0.7 फीसदी की दर से शुक्राणुओं की गतिशीलता कम होती जाती है.

मौसम का भी पड़ता है असर
मौसम का असर भी पुरुषों में शुक्राणु के उत्पादन पर असर पड़ता है. बरसात के मौसम में मानव शरीर में स्पर्म की संख्या बढ़ जाती है. वहीं गर्मियों के मौसम में आमतौर पर स्पर्म काउंट कम हो जाता है.

इन चीजों का करें सेवन
शुक्राणुओं की क्वालिटी के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है. जिंक, सेलेनियम, विटामिन सी, विटामिन-ई, ओमेगा-3 आदि तत्व पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं की क्वालिटी और उत्पादन के लिए बेहद जरूरी होते हैं. समुद्री भोजन शुक्राणुओं की सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है, जैसे मछली, केकड़ा आदि. इसके साथ ही अनाज से बने उत्पाद, फल और सब्जियां भी शुक्राणुओं की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.

एक्सरसाइज बेहद जरूरी
खेल-कूद और एक्सरसाइज भी पुरुषों में शुक्राणुओं के उत्पादन के लिए बेहद जरूरी होती है. इससे शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्त्राव भी होता है. हालांकि जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज और मसल्स बनाने के लिए ली जाने वाली दवाओं का हमारे शुक्राणुओं की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है.

शरीर के तापमान का भी रखें ख्याल
तापमान का भी हमारे शुक्राणुओं पर असर पड़ता है. हमारे शरीर के तापमान से 3 डिग्री तापमान शुक्राणुओं के लिए सही माना जाता है. यही वजह है कि ड्राइविंग करते समय, लैपटॉप पर काम करते समय, मोबाइल जेब में रखने से या फिर गर्म पानी में नहाने से हमारे शरीर में स्पर्म की क्षमता घट जाती है.

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