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स्वास्थ्य विभाग की टीम ढाई लाख से अधिक घरों में गईं,कोविड टीकाकरण से वंचित 45 साल से अधिक आयु वाले 28 हजार से अधिक चिन्हित


नियमित टीकाकरण से छूटीं 2009 गर्भवती और दो साल तक के 6869 बच्चे भी ढूंढे

हापुड़(आमित मुन्ना)। सूबे में बुखार के मामले बढ़ने पर शासन के निर्देश पर चलाए गए दस दिवसीय विशेष अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 45 वर्ष से अधिक आयु वाले ऐसे 28 हजार] 292 लोग चिन्हित किए हैं, जिन्होंने अब तक कोवडिरोधी वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली। इन लोगों से टीका न लगवाने का कारण जानकर उसका निवारण करने के प्रयास किए जा रहे हैं और टीकाकरण केंद्रों पर लाकर टीके लगवाए जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. रेखा शर्मा का कहना है घर-घर जाकर किए गए सर्वेक्षण का सबसे बड़ा लाभ टीका न लगवाने वाले 45 वर्ष से अधिक आयु वाले ऐसे लोगों का चिन्हांकन है जो अब तक टीके की पहली डोज भी नहीं लगवा पाए हैं। दरअसल इस आयु वर्ग वाले लोगों के को‌मोर्बिड होने की आशंका अधिक रहती है और कोविड की तीसरी लहर (संभावित) आने की स्थिति में ऐसे लोग सबसे ज्यादा संवेदनशील होंगे। ऐसे सभी लोगों को टीकाकरण केंद्र तक लाकर टीका लगवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी सतेंद्र कुमार ने बताया सात सितंबर से शुरू हुआ दस दिवसीय विशेष अभियान 16 सितंबर तक चला। इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की 535 टीमों ने जनपद में 2,57,880 घरों में विजिट की। शासन के निर्देश पर शुरू हुए इस विशेष अभियान में बुखार के लक्षण वाले लोगों की पहचान कर उन्हें दवा की किट उपलब्ध कराई गई और लक्षणों के आधार पर डेंगू, मलेरिया और कोविड की जांच कराई गई। कोविड के लक्षण वाले कुल 5052 लोगों की कोविड जांच कराई गई, इसके अलावा बुखार के लक्षण वाले 4259 व्यक्ति चिन्हित किए गए, इन लोगों को दवा की किट उपलब्ध कराने के साथ ही लक्षणों के आधार पर इनमें से 2206 की स्लाइड तैयार कराकर मलेरिया जांच की गई। कुल तीन लोगों में मलेरिया की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 455 लोगों की डेंगू की जांच कराई गई, लेकिन सभी जांच निगेटिव पाई गईं। यानि ‌जनपद में डेंगू का एक भी मरीज नहीं मिला। डीएमओ ने बताया जनपद में बुखार के अधिकतर मामले सीजनल वायरल के हैं। उन्होंने बताया 2020 में जनपद में मलेरिया के 53 मामले मिले थे।

विशेष अभियान के दौरान घर-घर गई टीम ने बुखार के अलावा सर्दी, खांसी और जुकाम के लक्षण वाले 1431 लोगों को चिन्हित कर जांच कराई लेकिन कोविड के एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई। इसी प्रकार अभियान के दौरान टीबी के लक्षण वालों की भी पहचान की गई। टीबी की पहचान के लिए स्वास्थ्य टीमों को तीन बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। दो सप्ताह से अधिक खांसी वाले कुल 87, बलगम के साथ खांसी वाले 15 और वजन कम होने वाले कुल 11 लोग चिन्हित किए गए हैं। इन सभी की जांच के लिए क्षय रोग विभाग को रिपोर्ट भेज दी गई है।

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