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शिक्षकों के अभिमुखीकरण विकास हेतु दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित, हापुड़ के अजय मित्तल सहित चार शिक्षकों ने भी किया प्रतिभाग, शिक्षकों के सुझावों की राज्यस्तर पर की गई प्रशंसा

हापुड़। लखनऊ में माध्यामिक विभाग द्वारा शिक्षकों के माध्यमिक स्तर के शिक्षकों के अभिमुखीकरण हेतु दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई, जिसमें हापुड़ के भी अजय मित्तल सहित चार शिक्षकों ने प्रतिभाग कर अपने सुझाव दिए। जिसकी स्कूली महानिदेशक ने प्रशंसा की।

कार्यक्रम में SRG के रूप में प्रतिभाग किया। हापुड़ जनपद से विज्ञान के SRG के रूप में भौतिकी प्रवक्ता अजय कुमार मित्तल और रसायन प्रवक्ता संजीव कुमार तथा गणित के प्रतीक कुमार गुप्ता और सचिन कुमार शर्मा ने जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ पी के उपाध्याय के साथ प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को राज्य मंत्री-माध्यमिक शिक्षा गुलाब देवी ने सबोधित करते हुए यू पी बोर्ड का परीक्षा परिणाम बिना किसी विवाद और व्यवधान के समय से पूर्व घोषित होने पर सभी को बधाई दी।

इस दो दिवसीय कार्यशाला में बताया गया कि गर्मियों की छुट्टी के बाद जुलाई माह से प्रदेश के सभी माद्यमिक विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूर्णतः लागू कराने के लिए सतत अभियान चलाया जायेगा जिसके क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक जनपद से विज्ञान, गणित और अंग्रेजी विषय के दो दो शिक्षकों का SRG के रूप में चयन किया गया है। इन SRG के माध्यम से बच्चों की समस्याओं के समाधान औरउनके बेहतर भविष्य निर्माण में उन्हें लर्निंग आउटकम प्राप्त कराने के लिए शिक्षकों से डिजिटल लर्निंग के प्रयोग, दीक्षा ऍप, चैट-बोट, निपुण भारत क्विज, वीडियो लाइब्रेरी, मैथ प्रैक्टिस, डाउट-नट, उनके कैरियर काउन्सलिंग सम्बन्धी पंख पोर्टल आदि के प्रयोग की अपेक्षा की गई है। इस अभियान में बच्चों को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ा जायेगा।

कार्यशाला में माध्यमिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि शिक्षा ही सबसे बेहतर निवेश है इसलिए हमें बच्चों को सिखाने के लिए उत्तम परिवेश का निर्माण करना होगा जिसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से कई अभियान चलाये जा रहे हैं। बेसिक के ऑपरेशन काया कल्प की भांति माध्यमिक में ऑपरेशन अलंकार के अंतर्गत विद्यालयों में मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए शासन की और से पर्याप्त धन आवंटित किया गया है। उन्होंने शिक्षकों के महत्वपूर्ण और उपयोगी सुझावों पर शासन द्वारा सकारात्मक निर्णय लेने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के विशेष सचिव भी उपस्थित थे।

कार्यशाला में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने उत्तर प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में देश में अग्रणी बनाने के लिए सभी SRG को एक योद्धा के रूप में अपने जनपद में डिजिटल प्लेटफार्म की जानकारी उपलध कराने और विभाग के कार्यक्रमों को लागू कराने तथा शिक्षकों के माध्यम से डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलध उत्कृष्ट सूचनाओं को बच्चों तक पहुँचाने में सहयोग करे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर पर विद्या समीक्षा केंद्र के माध्यम से हर तीन महीने में शिक्षकों का मूल्यांकन किया जायेगा।उन्होंने बताया कि इस नये सत्र के लिए अंग्रेज़ी विषय का 300 घंटों का डिजिटल मोड्यूल शिक्षण-अधिगम के लिए तैयार है।
इस अवसर पर IIT गाँन्धीनगर से आए विशेषज्ञ मनीष जैन ने गणित और विज्ञान के शिक्षण में सहायक शिक्षण सामग्री का प्रदर्शन किया। अक्षय पात्र संस्था से आये अनंत वीर दास महाराज ने शिक्षक की भूमिका पर अपने विचार रखे। SCERT की निदेशक डॉ अंजना गोयल ने इस अभियान के लिए संस्थान के द्वारा किये जा रहे कार्यों से परिचय कराया और कहा कि बच्चों को प्रस्तुत की जाने वाली शिक्षण सामग्री विश्व स्तरीय सिद्ध होगी।
कार्यशाला में श्री विजय किरण आनंद जी ने सभी 75 जनपदों के 500 से अधिक प्रतिभागियों के बीच प्रत्येक छात्र को लर्निंग आउटकम प्राप्त कराने से सम्बंधित एक फिश-बोन एक्टिविटी कराई जिसमे जनपद हापुड़ द्वारा प्रस्तुत किये गए सुझाव की उन्होंने प्रशंसा की।
इस डिजिटल अभियान में NCERT, IIT कानपुर,विद्या समीक्षा केंद्र,ELTI, राज्य विज्ञा शिक्षा संस्थान प्रयागराज, खान अकादमी आदि के प्रतिनिधियों ने अपनी संस्था की भूमिका और योगदान से परिचय कराया।

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