वायरल मानकर बुखार को हल्के में न लें :डॉ.रेखा शर्मा,मच्छरों से बचाव कर बीमार होने से बचें

हापुड़। जिले में बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। यूं तो इस मौसम में बदलाव के समय बुखार का प्रकोप बढ़ जाता है, लेकिन कोरोना के चलते अब हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। यह बातें मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. रेखा शर्मा ने कहीं। उन्होंने कहा कि दिन और रात के तापमान में अंतर बढ़ जाने से बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए इस मौसम में अतिरिक्त सतर्कता की जरूरत होती है। ध्यान रहे कि इस मौसम में गरिष्ठ भोजन से भी बचना चाहिए। हल्का और सुपाच्य व ताजा भोजन करें। बुखार आने की स्थिति में खुद ही मेडिकल स्टोर से दवा लेकर न खाएं, बल्कि नजदीकि स्वासथ्य केंद्र जाकर चिकित्सक से सलाह लें। चिकित्सक की सलाह पर कोरोना की जांच भी अवश्य कराएं। इसके साथ ही मच्छरों से बचाव के लिए सुबह-शाम घर से बाहर निकलें तो पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनकर ही निकलें।

मौसम में बदलाव के समय वायरल बुखार के मामले बढ़ जाते हैं। इसके साथ ही इस मौसम में मलेरिया और डेंगू का खतरा भी बढ़ जाता है। जिले में जापानी (दिमागी) बुखार के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग 15 वर्ष तक के सभी बच्चों के टीकाकरण की तैयारी कर रह‌ा है। दिमागी बुखार होने पर बच्चा सिर में तेज दर्द की शिकायत करता है। इसके साथ ही आंखों से पानी आने और तेज बुखार से बेचैनी में हाथ पैर मारने लगता है। बच्चा छोटा हो तो बहुत ज्यादा रोता है। यदि किसी बच्चे में ऐसे लक्षण हों तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। इसके साथ ही मलेरिया, डेंगू और दिमागी बुखार से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव करें। अपने घर के आसपास सफाई रखें और पानी जमा न होने दें। कूलर और फ्रिज की ट्रे से पानी निकालते रहें। कोई भी परेशानी होने पर नजदीकि स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से सलाह लें।

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