यूपी सरकार के निर्देशन में हापुड़ में रामायण चित्रकला छः दिवसीय कार्यशाला का हुआ शुभारंभ, कार्यशाला का उद्देश्य केवल कला नहीं, बल्कि बच्चों को संस्कार, चरित्र और संस्कृति की शिक्षा देना है – डॉ.सुमन अग्रवाल
हापुड़। यूपी संस्कृति विभाग व एडुलीडर्स द्वारा जनपद स्तरीय छंह दिवसीय रामायण चित्रकला कार्यशाला का आयोजन नगर क्षेत्र के शिवा प्राथमिक पाठशाला में शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण में बच्चों ने चित्रकला के माध्यम से रामायण के विशेष प्रसंगो को अभिव्यक्त करने के गुण सीखें।
जिला समन्वयक व राज्य आईसीटी पुरस्कार प्राप्त प्रधानाध्यापिका डॉ सुमन अग्रवाल ने बताया कि इस कार्यशाला में स्कूल के बच्चों को श्री राम व रामायण के चरित्र पर विविध गतिविधियों हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का चारित्रिक विकास हो सकेगा और वह मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्शों व जीवन चरित्र से परिचित हो सकेंगे।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे पखवाड़े अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान अयोध्या संस्कृति विभाग की थीम पर संस्कार भारती और सांस्कृतिक एवं कल्चरल मंत्रालय अयोध्या के द्वारा इसका आयोजन किया जा रहा है।
कार्यशाला में प्रशिक्षक डॉ .सुमन अग्रवाल व सहायक प्रशिक्षक नीतू नांरग ने बच्चों को चित्रकला की बारीकियां सिखाई। पहले ही दिन बच्चों ने राम वनवास, सीता हरण, राम भरत मिलन आदि प्रसंगों को अपनी कल्पना और रंगों के माध्यम से उकेर रहे हैं। कहीं राम का वनगमन है, तो कहीं लंका विजय। चित्रों के माध्यम से भाईचारा, संयम, कर्तव्य और सत्य की झलक स्पष्ट दिखाई दे रही है।
उन्होंने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य केवल कला नहीं, बल्कि बच्चों को संस्कार, चरित्र और संस्कृति की शिक्षा देना है।
इन गतिविधियों से बच्चों में अभिव्यक्ति की क्षमता के साथ-साथ संस्कारों का भी विकास हो रहा है।
इस मौके पर डॉ हरजीत कौर, लक्ष्मी शर्मा, सुमन ,सोनिया आदि मौजूद थी।